सपने के सच होने की तरह है ईद के दिन घर वापसी
पलामू प्रवासी श्रमिक मंजूर अंसारी के मुताबिक कोरोना महामारी के बीच ईद के दिन उसकी घर वापसी एक सपने के सच होने जैसा है। वे घर में ही रहकर अपने परिजनों के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ईद की खुशियों को साझा कर सकेंगे।
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : प्रवासी श्रमिक मंजूर अंसारी के मुताबिक कोरोना महामारी के बीच ईद के दिन उसकी घर वापसी एक सपने के सच होने जैसा है। वे घर में ही रहकर अपने परिजनों के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ईद की खुशियों को साझा कर सकेंगे। घर वापसी के लिए मंजूर तेलंगाना व झारखंड सरकार का आभार भी व्यक्त करना नहीं भूलते है। इससे पहले तेलंगाना के घटकेशर राज्य के विभिन्न जिलों के 535 श्रमिकों को लेकर विशेष ट्रेन रविवार की देर रात डालटनगंज रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन से उतरते ही शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए सभी श्रमिकों का हैंड सैनिटाइज कराया गया। बाद में सभी को स्टेशन परिसर पर ही बने स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित थर्मन स्कैनिग व अन्य शुरूआती जांच के बाद बसों के माध्यम से सभी को चियांकी स्थित सहायता केन्द्र पहुंचाया गया। यहां से दूसरे जिलों के श्रमिक अपने गृह प्रखंडों के लिए भेज दिए गए। जिला प्रशासन द्वारा श्रमिकों के आगमन को लेकर स्टेशन परिसर पर थी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पूरे परिसर बैरिकेडिग कर जगह-जगह पर गोल घेरा बनाया गया था। परिसर में चिकित्सकों के साथ टीम के साथ दंडाधिकारी व सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी। प्रवासी श्रमिकों के हाथों पर मुहर लगाकर उनसे 14 दिनों तक होम क्वरांइटान में रहने का शपथ पत्र लिया गया। इधर, सोमवार की शाम बेंगलुरू से करीब 1200 प्रवासी मजदूरों को लेकर एक अन्य ट्रेन डालटनगंज पहुंची। सभी श्रमिकों को फूड पैकेट, पानी की बोतल, मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए।