जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर संतोष यादव हथियार सहित गिरफ्तार
militant. झारखंड में पलामू के चैनपुर से जेजेएमपी उग्रवादी को हथियार सहित गिरफ्तार किया गया है।
मेदिनीनगर (पलामू), जेएनएन। पलामू पुलिस व सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में मंगलवार को चैनुपर थाना के कुरका गांव से प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) का सब जोनल कमांडर संतोष यादव को लोडेड देसी कट्टा के साथ गिरफ्तार किया गया है। ये जानकारी पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने दी। वे मंगलवार अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
महथा ने बताया कि पुलिस उप महानिरीक्षक को सूचना मिली थी कि गढ़वा जिले के रमकंडा निवासी संतोष यादव लेवी वसूलने कुरका गांव आने वाला है। इसी सूचना के आलोक में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान अरूण कुमार सिंह के नेतृत्व में 134 सीआरपीएफ व जिला पुलिस बल की संयुक्त टीम तैयार की गई। टीम ने कुरका गांव की नाकाबंदी कर दी। इसी क्रम में मंगलवार की सुबह करीब 9.45 बजे हुलिया के अनुसार एक संदिग्ध व्यक्ति को आते देखा गया। सुरक्षा बलों ने उसे रुकने का इशारा किया तो वह भागने लगा। उसे कुछ दूर दौड़ाकर पकड़ लिया गया।
तलाशी के क्रम में इसके पास से एक लोडेड देसी कट्टा बरामद किया गया। पूछे जाने पर उसने अपना नाम संतोष यादव बताया। साथ ही, स्वीकार किया कि वह वर्तमान में जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर है। एसपी ने बताया कि सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़ा संतोष यादव छह माह पहले जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। इसके बाद उसने जेजेएमपी में अपनी सक्रियता बना रखी थी। इसकी टीम गढ़वा जिले में संवेदकों से लेवी वसूलने का काम कर रही थी। उसकी गिरफ्तारी अभियान में पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय सुरजीत कुमार, सअनि ओम प्रकाश सहित जिला पुलिस व सीआरपीएफ की क्विक एक्शन की टीम शामिल थी।
नक्सली चंचल व कमलेश की हत्या में शामिल था संतोष
सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़ा जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर संतोष यादव वर्ष 2016 में संगठन के ही चंचल व कमलेश पासवान की हत्या में शामिल था। इसने अपने साथियों छोटेलाल यादव, संजय यादव, अविनाश, अंकुर यादव व अन्य के साथ मिलकर दोहरे हत्या की इस घटना को अंजाम दिया था। एसपी ने बताया कि 25 जनवरी 2016 को हत्या कर शवों को चांदो रोड के रजहरा में फेंक दिया गया था। इसके अलावा भंडरिया थाना में तेहारो सड़क के निर्माण कार्य में लगे मुंशी व मजदूरों के साथ मारपीट व वाहनों के तोड़ फोड़ की घटना में संतोष नामजद है।
इसी तरह गढ़वा जिले के रमकंडा थाना में भी सड़क निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया था। इसमें सुशील, सुदंर सिंह, मोना भूईयां, राजेश परहिया, संतु परहिया, विष्णु पासवान, मनोज भूईयां, शुभम सिंह, करण पासवान सहित कई अन्य के नाम मामला दर्ज है। एसपी ने बताया कि संतोष यादव विगत कई वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय था। इसके विरुद्ध विभिन्न खुफिया एजेंसियों से इनपुट प्राप्त हुए थे। पुलिस इसको गिरफ्तार करने लगातार प्रयास कर रही थी।