महिलाओं ने रखा जीवित्पुत्रिका व्रत
मेदिनीनगर संतान के दीर्घायु होने की कामना को लेकर रविवार को जीवित्पुत्रिका व्रत रखा गया। इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों में बड़ी संख्या में सभी आयुवर्ग की महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर जीमूतवाहन की कथा सुनी व विधिपूर्वक जितिया की पूजा अर्चना कर संतान की लंबी उम्र का वरदान मांगा।
संवाद सूत्र, मेदिनीनगर : संतान के दीर्घायु होने की कामना को लेकर रविवार को जीवित्पुत्रिका व्रत रखा गया। इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों में बड़ी संख्या में महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर जीमूतवाहन की कथा सुनी व विधिपूर्वक जितिया की पूजा अर्चना कर संतान की लंबी उम्र का वरदान मांगा। मान्यता है कि जीवित्पुत्रिका व्रत करने से संतान को लंबी उम्र की प्राप्ति होती है। साथ ही उनके कष्टों का निवारण होता है। पंडित राजेंद्र मिश्र ने बताया कि पुराणों में आई कथा के अनुसार राजा जीमूतवाहन ने दुर्गा अष्टमी के दिन ही ग्रामवासियों को प्रतिदिन एक बच्चे को आहार बनाने वाले गरुड़ से मुक्ति दिलाई थी। उनके आग्रह पर ही गरुड़ ने अमृत कलश से अमृत छिड़ककर सभी मृत बच्चों को जिदा कर दिया था। तबसे जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन जीमूत वाहन की पूजा होती है। बरांव के पंडित राजन पांडेय ने बताया कि जीवित्पुत्रिका व्रत करने से संतान को लंबी उम्र की प्राप्ति होती है। संतान वियोग नहीं होता व सुख शांति आती है। सोमवार को भगवान सूर्य को अर्द्ध देने के बाद व्रत का पारण होगा। जिले के चैनपुर, रामगढ़, हुसैनाबाद, पाटन, छतरपुर, पांकी समेत सभी प्रखंडों में जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर श्रद्धा भावना के साथ पूजा अर्चना होते देखा गया।