मजदूरों की स्वास्थ्य जांच जरूरी : उज्जवल
मेदिनीनगर : कानून के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण पत्थर खानों में काम करने वाले मजदूरों की
मेदिनीनगर : कानून के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण पत्थर खानों में काम करने वाले मजदूरों की स्वास्थ्य जांच के प्रति सजगता जरूरी है।इन मजदूरों को सिलिकोसिस बीमारी होती है। इससे बचाव जरूरी है। उक्त बातें खान सुरक्षा निदेशालय के डीजीएमएस उज्ज्वल ने कही। वे सोमवार को स्थानीय सदर अस्पताल में राज्य सरकार व पलामू जिला क्रेशर एवं माइंस एसोसिएशन व ¨हडाल्कों के सहयोग से आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर को संबोधित कर रहे थे। कहा कि खान व क्रेशरों में काम करने वाले मजदूरों के शरीर के अंदर धूलकण चला जाता है। इससे वे सिलिकोसिस बीमारी के शिकार हो जाते हैं। कहा कि सु्प्रीम कोर्ट के निर्देश के आलोक में सभी जिला में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाना है। इसकी शुरूआत सोमवार को झारखंड के पलामू व कोडरमा जिला से की गई है।इ इसमें जिला प्रशासन व खनन विभाग का सहयोग है। कहा कि सिलिकोसिस एक खतरनाक बीमारी है। इस बीमारी से बचने का मात्र एक उपाय जागरूकता है। विभिन्न पत्थर खान मालिकों क्रेशर मालिकों को समय-समय पर खान में काम करने वाले मजदूरों की स्वास्थ्य जांच जरूरी है। खान सुरक्षा उपनिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि सभी क्रशर मालिकों की जिम्मेवारी बनती है कि कर्मियों की जांच कराएं। इस बीमारी से बचने के लिए आसपास उड़ रहे धूल पर पानी का छिड़काव मास्क का उपयोग करें। कठौतिया कोल माइंस के एवीपी प्रदीप सामंता ने कहा कि मानवीय ²ष्टिकोण से बीमारी से बचाव के लिए समय समय पर जांच व जागरूकता जरूरी है। जिला खनन विभाग के उप निदेशक एसपी कुजूर,जिला खनन पदाधिकारी रत्नेश कुमार सिन्हा ने सभी क्रेशर मालिकों से क्रशर में काम करने वाले मजदूरों की स्वास्थ्य जांच कराने का निर्देश दिया। शिविर में उताकी स्टोन माइंस,नावाडीह स्टोन माइंस,जय मां मंगला गौरी स्टोन वर्क्स, मुनकेरी स्टोन माइंस, गौरा ग्रेफाइट माइंस के 50 कर्मचारियों की जांच की गई। मजदूरों की स्वास्थ्य जांच सदर अस्पताल के डाक्टर आरके रंजन, डा जान आफ कनेडी, डा हृदेश पांडेय, हिंडाल्को के डा एस मधुप आदि ने किया। मौके पर विजय तिवारी, जयंत शुक्ला, सतीश तिवारी, चंद्रभूषण ¨सह, मनोज बाबा, विकास कुमार,डीके ¨सह,एसके पाठक,अनुप कुमार आदि मौजूद थे।