काजल हत्याकांड का हुआ खुलासा, तीन गिरफ्तार
हुसैनाबाद हुसैनाबाद थाना के कचरा गांव के कुंआ से बोरा में बंद एक षव को हुसैनाबाद पुलिस 24 फरवरी को बरामद कर इस घटना की जांच में जूटी थी।
हुसैनाबाद : हुसैनाबाद थाना के कचरा गांव में कुएं से बोरा में बंद एक शव को हुसैनाबाद पुलिस 24 फरवरी को बरामद कर इस घटना की जांच में जुटी थी। इसका खुलासा शुक्रवार को तीन हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के बाद हुआ। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विजय कुमार के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने बिहार के डेहरी ऑन-सोन के सुभाषनगर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार की थी। पूछ-ताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने काजल की हत्या करने की बात स्वीकारी है। गिरफ्तार आरोपी अशोक कुमार, शंभू प्रसाद व विनय प्रसाद को जेल भेज दिया गया है। शेष में मृतका के पति भरत प्रसाद, ससुर मदन गुप्ता समेत दो अन्य फरार बताए गए हैं। सभी सात आरोपी के विरुद्ध हुसैनाबाद थाना में मृतका के मां रेखा देवी के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है। सभी आरोपी बिहार के गया जिला के डुमरिया थाना अंतर्गत देवरी गांव के निवासी बताए गए हैं। इस संबंध में हुसैनाबाद के एसडीपीओ विजय कुमार व पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी रास बिहारी लाल ने संयुक्त रुप से बताया कि सभी आरोपियों ने मिलकर एक साजिश के तहत काजल की हत्या की है। उन्होंने कहा कि मृतका के पति भरत प्रसाद एक कोचिग में पढ़ाता था। वहां उसे काजल कुमारी के साथ प्यार हो गया। बाद में काजल ने शादी की बात कही। भरत शादी से इंकार करने लगा। इस पर काजल व उसके परिजन रोहतास के पुलिस कप्तान के पास पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद काजल व भरत की शादी पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में एसपी ऑफिस में 22 फरवरी 2018 को करा दी गई। उन्होंने कहा कि शादी के बाद उसे जपला स्टेशन रोड में एक किराये के मकान पर पति-पत्नी रहने लगे। यहां वह ठेला चलाकर अपना भरण्न-पोषण कर रहे थे। पुलिस ने यह भी बताया कि भरत प्रसाद तेली जाति का है जबकि मृतका काजल कुमारी चंद्रवंशी जाति की है। इस कारण भरत अपने घर पर काजल को ले जाने के कारण उसकी हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत कर उसे कचरा गांव के एक कुंआ में डाल दिया। भरत में पहले अपनी पत्नी को इलाहाबाद कुंभ मेला में भूला जाने की शिकायत हुसैनाबाद पुलिस से की थी। मृतिका काजल मां बनने वाली थी।