पांकी से भी कारसेवकों का जत्था हुआ था रवाना
पांकी अयोध्या राम जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पांकी के कई प्रबुद्ध जनों ने स्वागत किया है। पांकी के बसडीहा निवासी श्यामनंदन ओझा ने कहा पूरा देश गौरवान्वित है।
संवाद सूत्र, पांकी : अयोध्या राम जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पांकी के कई प्रबुद्ध जनों ने स्वागत किया है। पांकी के बसडीहा निवासी श्यामनंदन ओझा ने कहा पूरे देश ने फैसले को स्वीकारा है। गोलू गुप्ता ने कहा सुप्रीम कोर्ट का फैसला सबको मान्य है। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया। दोनों पक्षों के बीच सम्मान जनक फैसला रहा। मंदिर निर्माण को लेकर 1990 व 1992 मे पांकी से मधुसूदन प्रसाद, विजय प्रसाद, पांकी के मुखिया शंकर प्रसाद, पगार निवासी रामस्वरूप सिंह सहित लगभग दो दर्जन कार सेवकों का कारवां अयोध्या जा रहा था। इन सब कारसेवकों ने बताया कि उन्हें मुगलसराय में धर्मशाला में रूकना था। वहां गए पर खाना खाने के बाद तुरंत निकल पड़े। इसके बाद आडवाणी जी की गिरफ्तारी हो गई। मुगलसराय में बंद हो गया। इस बीच हमलोग भी गिरफ्तार हो गए। हमलोगों को मिर्जापुर जेल ले भेज दिया गया। 15 दिनों तक जेल मे बंद रहे। जेल मे बंदी के दौरान नगरवासी खीर व अन्य भोजन उपलब्ध कराते थे। जेल से छूटने के बाद अयोध्या गए। इसके पूर्व जेल से प्रमाण पत्र मिला। इससे ट्रेनों में किराया नहीं लगा। इसके बाद पुन: पांकी लौट आए।