बरामद मेमारी चिप से खुल सकते हैं कई राज
छतरपुर थाना के सिलदाग से शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़े माकपा
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : छतरपुर थाना के सिलदाग से शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़े माकपा माओवादी संगठन के समर्थक अखिलेश यादव के पास से बरामद मेमोरी चिप से कई राज खुल सकते हैं। संगठन के लिए इस चिप का महत्व इतना अधिक था कि इसे गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए माओवादियों ने अपने तीन कुरियरों की मदद ली थी। अखिलेश को यह चिप उसके भाई अजय ने दी थी, जिसे कि लेस्लीगंज के मिथिलेश यादव तक पहुंचाना था। यहां से इसे आगे कही ओर भेजा जाना था पूछे जाने पर प्रभारी एसपी अश्वनी सिन्हा भी इस चिप महत्व को स्वीकार करते है। लेकिन तकनीकी जांच तक इसका खुलासा करने से इनकार कर रहे है। बताया कि क्षेत्र में माओवादी संगठन मृत प्राय हो गया है। नक्सली इसमें जान डालने का प्रयास कर रहे है। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेमारी चिप में बिहार के गया के चकरबंधा से बूढ़ा पहाड़ होते हुए सारंडा भेजा जा रहा था। इसमें माओवादी संगठन के आंतरिक ढांचे सहित संगठन को सहयोग करने वाले स्लीपर सेलों के नाम दर्ज होने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस मेमोरी चिप को गंभीरता से रीड कर रही है। इसके लिए मुख्यालय स्तर से भी साइबर विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।