बेटी को न्याय दिलाने पलामू की सड़कों पर उतरे लोग
पलामू में बेटी को न्याय दिलाने सड़क पर उतरे लोग
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : तिलंगना की राजधानी हैदराबाद में मानवता को शर्मसार कर देने वाली दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के खिलाफ व उनके परिजन को न्याय दिलाने के लिए पलामू में विभिन्न सामाजिक व सांस्कृतिक संगठन बुधवार को सड़क पर उतरे। इसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुष शामिल हुए। पोस्टर प्रोटेस्ट के माध्यम से प्रतिरोध दर्ज किया। इप्टा की पहल पर आयोजित पोस्टर प्रोटेस्ट में मल्टी आर्ट एसोसिएशन, मासूम आर्ट ग्रुप, सवेरा कला मंच, नई संस्कृति सोसाइटी, प्रगतिशील लेखक संघ, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के अलावा आम नागरिक व महिलाएं शामिल हुईं। कलात्मक पोस्टर के जरिए बेटी को न्याय दिलाने की मांग की। साथ ही महिला सशक्तीकरण के इस दौर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे की आलोचना की गई।
इससे पहले सभी लोग समाहरणालय परिसर में एकत्रित हुए। हाथों पर पोस्टर लिए छहमुहान तक लोग पहुंचे। यहां पोस्टर के माध्यम से लोगों से अपील की गई कि वह भी इस मुहिम का हिस्सा बने। साथ ही सरकार से मांग की गई कि दोषियों को गिरफ्तार कर जल्द से जल्द कठोर सजा दी जाए। बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के लिए कड़ा कानून भी बने। इससे भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं घटेंगी। छहमुहान पर इप्टा के कलाकरों ने कई जनवादी गीत प्रस्तुत की। महिलाओं के लिए आजादी की मांग करते हुए आजादी ही आ•ादी गीत के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। मौके पर आकाशवाणी उद्घोषिका स्मृति लाल, शालिनी श्रीवास्तव, सामाजिक कार्यकर्ता शर्मिला सुमि, कलाकार मुनमुन चक्रवर्ती, वंदना श्रीवास्तव, मनीषा कुमारी, पूनम विश्वकर्मा, दिव्या भगत, उपेंद्र मिश्रा, विनोद पांडेय, शब्बीर अहमद, मृत्युंजय शर्मा, संजीत प्रजापति, संजीव सिंह, अजीत पाठक, प्रेम प्रकाश, शिवशंकर प्रसाद, आलोक श्रीवास्तव, विकास कुमार पप्पू समेत काफी संख्या में महिला व पुरूष उपस्थित थे।