वन सुरक्षा से होगी जीवों की रक्षा : कौशल
मेदिनीनगर : वनराखी मूवमेंट का 41 वां स्थापना वर्ष के मौके पर कर्नाटक के बेंगलूर जगुर गांधी कृषि विश्
मेदिनीनगर : वनराखी मूवमेंट का 41 वां स्थापना वर्ष के मौके पर कर्नाटक के बेंगलूर जगुर गांधी कृषि विश्वविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन पेड़ों को राखी बांधकर एवं फेलेसियम नीम, चंदन, पीपल आदि के पौधे लगाकर किया गया।
मौके पर विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष व वनराखी मूवमेंट के पलामू जिला निवासी कौशल किशोर जायसवाल ने संबोधित किया। कहा कि 31 मार्च 2013 को नेपाल के पशुपति से शुरू किया गया पौधा वितरण सह पौधारोपण अभियान आंध्रप्रदेश के तिरूपति और तमिलनाडु होते कर्नाटक में समाप्त हो रहा है। कहा कि बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी सुरक्षा की कामना करती हैं। इसी तरह वन-वृक्षों पर राखी बांधकर उसकी सुरक्षा की कामना से संसारिक जीवों की सुरक्षा होगी। कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के बाद 90 के दशक तक जिनकी भी हुकूमत रही उन्होंने वनों की अंधाधुंध कटाई कराई। नतीजा वनों का क्षेत्रफल 33 से घटकर 15 प्रतिशत हो गया। कारण प्रदूषण बढ़ा और सभी सजीव तथा निर्जीव वस्तुएं प्रभावित हुई। उन्होंने पर्यावरण धर्म का आठ मूल मंत्र अपनाने का आहवान किया। कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्मदिन पर एक पौधा लगाए। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पर्यावरण के आठ मूल मंत्र के अनुपालन की शपथ ली। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार ने की। मौके पर डॉ. राजे गोड़ा, डॉ. वीसी रेड्डी, डॉ. मुतू राजू, अजीत कुमार, व्योमकटेश मूर्ति, रामकृष्ण, निलय कुमार, अरविंद कुमार आदि उपस्थित थे।