टीबी के प्रकोप वाले इलाकों में सतर्कता बरतने की जरूरत : सीएस
मेदिनीनगर : टीबी के लक्षण मिलते ही सबसे पहले नजदीकी अस्पताल जाएं। अपना बलगम जांच कराएं। सरकारी अस्पताल में हर सुविधा उपलब्ध है। ऐसे क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की जरूरत है। उक्त बातें पलामू के सिविल सर्जन डा.राणा जितेंद्र प्रसाद सिंह ने कही। वे मंगलवार को चैनपुर प्रखंड के चैनपुर प्रखंड के गोरे बलइया गांव में बोल रहे थे। गोरे बलइया गांव आदिम जनजाति बाहुल्य व पिछड़ा इलाका है। इसके अलावा टीबी रिच की टीम ने भी क्षेत्र में कैंप किया है। कार्यक्रम प्रभारी स्वर्णलता रंजन ने गांव के लोगो के साथ बैठक कर टीबी रोग के ईलाज संबंधी जानकारी दी।
मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा.बीरेंद्र प्रसाद, डीपीसी चंद्रवंशी कुमार, तकनीकी सहायक सहायक नंदू चौधरी समेत बीटीटी सुनिल कुमार शास्त्री, प्रदीप शर्मा, चंदन कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे। सिविल सर्जन डा.आरजेपी सिंह ने बाद में चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। यहां पाया गया कि ओपीडी में दवा का नाम दर्ज नहीं किया जा रहा है। मौजूद कर्मी व चिकित्सा प्रभारी को सीएस ने कई निर्देश दिए। कहा कि कार्यो में कोताही से रोगियों व उनके परिजनों को परेशानी होती है।