पसीने की बूंदों से खेत हुए पीले
पाकुड़ पाकुड़ जिले भर में वित्तीय वर्ष 2019-20 में सरसों की खेती को बढ़ावा देने का सटीक प्रय
पाकुड़ : पाकुड़ जिले भर में वित्तीय वर्ष 2019-20 में सरसों की खेती को बढ़ावा देने का सटीक प्रयास किया गया है। जिले के सभी छह प्रखंडों में करीब 12634 हजार हेक्टेयर में सरसों की खेती हो रही है। 95 हजार किसान सरसों की खेती कर रहे हैं। किसानों की मेहनत के कारण खेत पीले दिख रहे हैं। कृषि विभाग ने किसानों को अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया है। बता दें कि दलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने जिले के सभी छह प्रखंडों में 14 हजार हेक्टेयर जमीन पर राई-सरसों और 25 सौ हेक्टेयर जमीन पर तीसी की खेती करने का लक्ष्य था। 12634 हेक्टेयर जमीन पर राई-सरसों की खेती हुई है। तीसी की खेती 2290 हेक्टेयर जमीन पर की गई है।
सदर प्रखंड के किसान महबूब ने बताया कि उन्हें अनुदान पर दो किलो बीज मिला था। सरसों की फसल काफी अच्छी है। जहांगीर शेख ने बताया कि वह निजी फंड से सरसों की खेती की है। इस बार सरसों की फसल अच्छी है। बारिश के बाद भी खेतों में फसल लहलहा रही है। सरोजनी, मुख्तार, रवि आदि किसानों ने बताया कि वे अपने मेहनत से सरसों की खेती की है जो काफी बेहतर है।
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सात हजार किसानों को मिला अनुदानित बीज
सरकार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में किसानों के बीच अनुदान पर बीज वितरण के लिए जिले को 84 क्विटल बीज उपलब्ध कराया गया। पाकुड़ सहित महेशपुर, अमड़ापाड़ा, पाकुड़िया, लिट्टीपाड़ा व हिरणपुर प्रखंड के कुल सात हजार किसानों को अनुदान पर सरसों का बीज वितरण किया गया। इसके अलावा अन्य किसान निजी फंड से खेतों में सरसों की खेती की है।
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किस प्रखंड में कितने किसानों की खेती
प्रखंड किसानों की संख्या
पाकुड़ 24 हजार
हिरणपुर 13 हजार
लिट्टीपाड़ा 10 हजार
अमड़ापाड़ा 09 हजारमहेशपुर 25 हजार
पाकुड़िया 14 हजार
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सरसों व तीसी की खेती का विवरण
प्रखंड राई-सरसों तीसी
पाकुड़ 2789 458हिरणपुर 1985 308लिट्टीपाड़ा 1498 312अमड़ापाड़ा 1492 223महेशपुर 3048 565पाकुड़िया 1822 424
(आंकड़ें : हेक्टेयर में)
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वर्जन..
जिले में कुल 14 हजार हेक्टेयर में राई-सरसों की खेती करने का लक्ष्य है। विभाग लक्ष्य के करीब है। राई-सरसों की खेती से किसान खुश हैं। खेतों में फसल लहलहा रही है।
रामशंकर प्रसाद, प्रभारी जिला कृषि पदाधिकारी, पाकुड़