कृमि शारीरिक व मानसिक विकास में बाधक
पाकुड़ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) का आयोजन सितंबर माह में किया जाना है। बच्चों क
पाकुड़: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) का आयोजन सितंबर माह में किया जाना है। बच्चों को यह दवा खिलाना आवश्यक है। क्योंकि कृमि बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास में बाधक होता है। इसलिए इसमें किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। यह बातें उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने अपने कार्यालय के सभागार में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारी को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में कही। उपायुक्त ने विभाग द्वारा दिए गए टाइम लाइन का शतप्रतिशत अनुपालन करने का निर्देश दिया।
सिविल सर्जन डॉ. एसएन झा ने तैयारी की क्रमवार जानकारी दी। कहा कि आइईसी के तहत सामग्री प्रिटिग के लिए भेजा गया है। मास्टर ट्रेनरों का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण हो गया है। जिले में जिला स्तरीय प्रशिक्षण संबंधित विभागों के कर्मियों को दिया जाएगा। इसे अगस्त माह में पूरा कर लिया जाएगा। दो सितंबर को एनडीडी की तैयारी व कार्ययोजना के संबंध में संवाददाता सम्मेलन किया जाएगा।
उपायुक्त ने सिविल सर्जन व अन्य संबंधितों को आइईसी की योजना तैयार कर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गानंद झा व जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में संबंधित कर्मियों के साथ बैठक कर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की योजना व कार्यक्रम के संबंध में अवगत कराएं। इस कार्यक्रम का सफल आयोजन करें।