सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं महिला किसान
महिला किसानों को जागरूक होकर योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। वे दूसरे किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनें। योजनाओं का लाभ लेकर वे भी इस क्षेत्र में बेहतर कर सकती हैं।
पाकुड़ : महिला किसानों को जागरूक होकर योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। वे दूसरे किसानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनें। योजनाओं का लाभ लेकर वे भी इस क्षेत्र में बेहतर कर सकती हैं। यह बातें जिला कृषि पदाधिकारी मुनेंद्र दास ने गुरुवार को संयुक्त कृषि कार्यालय में आयोजित महिला किसान दिवस कार्यक्रम में कहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत जिला कृषि पदाधिकारी सहित जिला पशुपालन पदाधिकारी केके भारती, कृषि निरीक्षक पंचानंद साहू ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान कार्यक्रम में महिला किसानों को लघु फिल्म दिखाकर जागरूक किया गया। जिला कृषि पदाधिकारी ने महिला किसानों को कृषि उत्पादन एवं राष्ट्रीय सुरक्षा मिशन में सहयोग के लिए सम्मानित भी किया। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि महिला किसान कैसे योजनाओं का लाभ लेकर भविष्य में कृषि उत्पादन को बढ़ावा दे सकती हैं। सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कई योजनाएं चला रही है। महिला किसानों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें इसका लाभ लेना चाहिए। इस मौके पर बीटीटी मो. शमीम, सुदीप कुमार सेन, खालिदा खातून, नीलम कुमार श्रीवास्तव, मो. जुनैद, महिला किसान शर्मिला हांसदा, ज्योतिका हांसदा सहित अन्य उपस्थित थे। महिला किसानों ने साझा किया अनुभव : कार्यक्रम में जिले भर से काफी संख्या में महिला किसान शामिल हुईं। इस दौरान महिला किसानों ने अपना अनुभव साझा किया। प्रगतिशील महिला किसान टेरेसा टुडू ने कहा कि जिले में कृषि उत्पादन व व्यापार की अपार संभावनाएं हैं। प्रकृति से प्राप्त प्रचूर मात्रा में वर्षापात, उपजाउ जमीन तथा तकनीकी उपलब्धता मौजूद है। महिला किसान सूक्ष्म सिचाई योजना का लाभ लेकर जैविक सब्जी, फल, फुल, मसाले एवं औषधि की खेती कर सकती है। ज्योतिका हांसदा ने कहा कि जैविक खेती से हमारी आर्थिक स्थिति सुधर सकती है। जीवामृत उत्पादन इकाई से जैविक खाद एवं कीटनाशक दवा बना सकते हैं। इसे फसलों पर छिड़कने से काफी लाभ होगा। फसल भी अच्छी होगी।