घूमने लगा बस का पहिया, जिदगी ने पकड़ी रफ्तार
पाकुड़ कोरोना काल में अनलॉक चार में मिली छूट के बाद मंगलवार से बाजार में चहल पहल ब
पाकुड़ : कोरोना काल में अनलॉक चार में मिली छूट के बाद मंगलवार से बाजार में चहल पहल बढ़ गई है। पिछले पांच माह से भी अधिक समय से होटलों में लगा ताला खुल गया है। रेस्टोरेंट में भी लोग बैठकर भोजन करने लगे हैं। सैलून खुलने से नाई समाज के लोगों ने बड़ी राहत महसूस की है। बसों का परिचालन भी शुरू हो गया है। इससे लोगों की जिंदगी ने रफ्तार पकड़ ली है।
मंगलवार को सुबह के नौ बजे बस स्टैंड पर बसों की बुकिग के लिए काउंटर खुल गया। स्टैंड पर रांची के लिए एक बस लगी थी। रांची के लिए टिकट बुकिग शुरू कर दी गई थी। हालांकि इस समय कोई यात्री नजर नहीं आया। बस स्टैंड के एक कर्मचारी ने बताया कि साढ़े नौ बजे तक एक भी बस नहीं खुली है। सभी बस दुमका में लगी हुई थी। इस कारण दुमका से बस आने के बाद यहां से खुलेगी। बुधवार से बसों का परिचालन सामान्य हो सकेगा। बस किराया महंगा होने से गरीबों को परेशानी होगी। बस स्टैंड के कर्मचारी अपने हाथों में गलब्स व चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे। बस स्टैंड के समीप ही कुछ तीन पहिया वाहन बस आने के इंतजार में खड़ी थी।
इधर अनलॉक चार लागू होने के बाद शहर के सभी होटल व रेस्टोरेंट में गतिविधियां शुरू हो गई। होटल आरके पैलेस, होटल मुस्कान सहित अन्य प्रमुख होटलों में लोगों ने आने का सिलसिला शुरू हो गया।
रेस्टोरेंट में पहले दिन शारीरिक दूरी का पालन कर लोगों को भोजन करते देखा गया। शहर के शॉपिग मॉल स्टाइल बाजार व ट्रेंडी बाजार में भी कोविड से बचाव के उपाय का पालन करते देखा गया। हालांकि अनलॉक चार लागू होने के पहले दिन बारिश होने के कारण बाजारों में लोगों की आवाजाही सामान्य दिनों से काफी कम दिखी। मौसम में सुधार होने के बाद व्यवसायियों व बस चालकों के लिए कोविड के सुरक्षा मानकों का पालन करना चुनौती भरा होगा। इधर जिला मुख्यालय के साथ साथ प्रखंडों के होटल रेस्टोरेंट भी खुल गए हैं।
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महंगा हुआ बस का सफर
दुमका व रांची जाने के लिए यात्रियों को दोगुना बस भाड़ा चुकाना पडे़गा। जिला के भीतर भी भाड़ा काफी महंगा हो गया है। बस भाड़ा में अत्यधिक वृद्धि होने के कारण यात्री बस में सफर नहीं कर लोकल में ऑटो को पसंद कर रहे हैं। यात्री राजेश कुमार, आकाश मुर्मू ने बताया कि कोरोना को लेकर बसों की भाड़ा में काफी वृद्धि हुई है। इसे गरीबों को काफी परेशानी हो रही है।
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कहां का कितना भाड़ा
स्थान पुराना भाड़ा नया भाड़ा
पाकुड़- दुमका 100- 200
पाकुड़- गोड्डा 90 -180
पाकुड़ - देवघर 150 -300
पाकुड़- रांची 500 - 1000
पाकुड़-धनबाद 250 - 500