गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच जरूरी : सीएस
पाकुड़ : सिविल सर्जन डॉ. एनके मेहरा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष प्रसव पूर्व जां
पाकुड़ : सिविल सर्जन डॉ. एनके मेहरा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष प्रसव पूर्व जांच अभियान 16 से 31 जनवरी तक चलाया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रसव पूर्व जांच में गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण सेवा देना है। इससे मां व बच्चे स्वस्थ रहे तथा परिवार खुशहाल हों। डॉ. मेहरा ने कहा कि कार्य योजना बनाकर जिले में 8250 गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर उन्हें निबंधित करना है। प्रसव पूर्व जांच हेतु गर्भवती माताओं को जागरुक किया जाएगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पीएलए, सहिया मैत्री व सखी मंडलों की बैठक होगी। साथ ही सास-बहु सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। सिविल सर्जन ने कहा कि प्रथम प्रसव पूर्व जांच पहली माहवारी छूटने के पहले तीन महीने के भीतर करानी चाहिए। निबंधित गर्भवती महिलाओं का वजन, प्रोटीन, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर आदि की जांच की जाएगी। खून की कमी का पता लगाना और टिटनेस का दो बार टीकाकरण कराना है। निबंधित गर्भवती महिलाओं को मदर एंड चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड दिया जाएगा। सीएस ने खतरे से बचने के लिए संपूर्ण गर्भकाल की अवधि तक चिकित्सक निगरानी में रहने की सलाह दी। इस मौक पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार ¨सह, डीपीएम जया रेशमा खाखा, लेखा प्रबंधक उमेश प्रसाद आदि मौजूद थे।
गर्भावस्था में गंभीर खतरा का लक्षण
-खून बहना
-खून की कमी व सांस तेज चलना
-हाथ और पैर में सूजन
-दौरा पड़ना
-तेज बुखार
-प्रसव में देर
-जल्दी थक जाना