रैली निकाल पारा शिक्षकों ने दिखाई एकजुटता
संवाद सहयोगी, पाकुड़: जिले भर के पारा शिक्षकों ने गुरूवार को एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष
संवाद सहयोगी, पाकुड़: जिले भर के पारा शिक्षकों ने गुरूवार को एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सेवा स्थायीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुवार को न्याय सह जन आक्रोश रैली निकाली। इसमें सैंकड़ों की संख्या में पारा शिक्षक व शिक्षिकाएं शामिल हुई। रैली में शिक्षकों ने गोकुलपुर, लड्डूबाबू आमबगान से निकलकर भगतपाड़ा, हाटपाड़ा, हरिणड़ांगा बाजार, गांधी चौक होते हुए पूरे शहर में भ्रमण किया। रैली का समापन नगर थाना के समीप रथमेला मैदान में हुआ।
इस दौरान पारा शिक्षकों ने अपनी मांगो के समर्थन में एवं मुख्यमंत्री की दमनात्मक नीति के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। खासकर मुख्यमंत्री के विरुद्ध पारा शिक्षिकाओं में अधिक आक्रोश देखा गया। रैली के पूर्व लड्डूबाबू आमबगान में रांची जेल से छूट कर आए पाकुडिया के पारा शिक्षक जगरन्नाथ मुर्मू का स्वागत किया गया। जगरन्नाथ मुर्मू ने अपने विचार भी व्यक्त किए। जिलाध्यक्ष चित्तरंजन भंडारी ने कहा कि विगत कई वर्षों से आंदोलनरत पारा शिक्षकों की जो मांगे पूर्व में थीं, वही आज भी हैं। उन्होंने कहा कि तीन राज्यों की हार यह साबित करता है कि सरकार की हठधर्मिता जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि वक्त है कि सरकार छतीसगढ़ के तर्ज पर पारा शिक्षकों का स्थायीकरण करते हुए समान काम का समान वेतन दे। प्रखंड अध्यक्ष केताबुल शेख ने कहा कि सीएम अपनी हठधर्मिता छोड़कर पारा शिक्षकों की मांगों पर विचार करे। सभी प्रखंडों के प्रखंड अध्यक्ष सचिव ने भी संबोधित करते हुए पारा शिक्षकों के स्थायीकरण और समान कार्य हेतु समान वेतन देने की वकालत की। उन्होंने कहा कि हमारी मांगे जब तक पूरी नहीं होंगी, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। रघुवर सरकार पारा शिक्षकों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। इससे लोगों में सरकार के विरुद्ध आक्रोश पनप रहा है। इस मौके पर पारा शिक्षिका पूनम मिश्रा, अंजली घोष, माधोवी दास, मौसमी सरकार, रुबा लैला, मुस्लेमा खातून, विभा देवी, नाजिया सुल्ताना, एजाजुल हक, अशोक वर्मा, अब्दुल सलीम, ब्रजमोहन ठाकुर, केताबुल शेख, सकल हेम्ब्रम, शेत मंडल, तापस झा, विकास भगत, फाल्गुनी ¨सह, माणिक मंडल, ओमप्रकाश भारती, अशोक वर्मा सहित सैंकड़ों पारा शिक्षक जन आक्रोश रैली में शामिल हुए।