बड़ी संख्या में हिरणपुर पहुंचे साइबेरियन पक्षी
संवाद सूत्र हिरणपुर (पाकुड़) हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर साइबेरियन पक्षी प्रत्येक
संवाद सूत्र, हिरणपुर (पाकुड़) : हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर साइबेरियन पक्षी प्रत्येक साल मॉनसून शुरू होते ही हिरणपुर पहुंचते हैं। यहां थाना प्रांगण में स्थित आम व सिरीश के पेड़ों पर अपना शरणस्थली बनते हैं। बरसात के मौसम में साइबेरियन पक्षी पेड़ों पर घोंसला बनाकर रहता है। सबसे अहम बात यह है कि साइबेरियन पक्षी थाना परिसर स्थित पेड़ों को छोड़ दूसरे पेड़ों को अपना ठिकाना नहीं बनाता है। साइबेरियन पक्षी जब थाना प्रांगण में पहुंचते हैं तो ²श्य बिल्कुल मनोरम हो जाता है। इन पेड़ों पर शायद साइबेरियन पक्षी अपने को सुरक्षित समझते हैं।
रेंजर कमलेश कुमार सिंह का कहना है कि बरसात के मौसम में साइबेरियन पक्षी हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर हिरणपुर थाना पहुंचता है। यहां स्थित पेड़ों को अपना बसेरा बनाता है। इसमें नर और मादा दोनों शामिल है। जनवरी माह में सभी पक्षी साइबेरिया की ओर प्रस्थान कर जाते हैं। प्रवासी पक्षी साइबेरियन भोजन के लिए खेतों में जाकर अनाज का दाना चुगते हैं। शाम होते ही अपने-अपने घोंसले में लौट आते है। इस दौरान पक्षी घोंसला में रहकर अंडा देते हैं। रेंजर ने बताया कि साइबेरियन पक्षी में सबसे बड़ा गुण यह होता है कि नर या मादा में किसी एक की मृत्यु होने पर दूसरा भी तुरंत दम तोड़ देता है। ये पक्षी आने वाली आफत के बारे में पहले ही जान जाते है। एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने बताया कि साइबेरियन सारस का सुरक्षित स्थल थाना प्रांगण स्थित पेड़ ही है। जो प्रत्येक वर्ष नियमित रूप से हजारों किमी दूरी तय कर पहुंचते हैं।