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नवजात शिशुओं की सुरक्षा को टिप्स देगी सहिया दीदी

-शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए आज से जिले भर में शुरु हो रहा है नवजात शिशु सप्ताह

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 04:59 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 04:59 PM (IST)
नवजात शिशुओं की सुरक्षा को टिप्स देगी सहिया दीदी

-शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए आज से जिले भर में शुरु हो रहा है नवजात शिशु सप्ताह

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-स्वास्थ्यकर्मी देंगे नवजात की सुरक्षा का टिप्स

-नवजात शिशुओं के घर तक पहुंचेगी सहिया और एएनएम -संस्थागत प्रसव पर जोर देगी सहिया और एएनएम

जागरण संवाददाता, पाकुड़ : सूबे का जन्म के पश्चात 28 दिनों के अंदर होने वाली

शिशु मृत्यु दर 72 फीसद है। मातृ-शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए सरकार व विभाग काफी गंभीर है। शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए शुक्रवार से नवजात शिशु सप्ताह कार्यक्रम शुभारंभ हुआ। स्वास्थ्य सेवा के

निदेशक प्रमुख ने सूबे के सभी जिलों के सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए व्यापक रुप में प्रचार-प्रसार करें। यह कार्यक्रम आगामी 21 नवंबर तक चलेगा। नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए एएनएम व सहिया दीदी टिप्स देगी।

राष्ट्रीय स्तर पर भी 15 से 21 नवंबर तक नवजात शिशु सप्ताह मनाया जाता है। सात दिनों तक चलने वाली इस अभियान के दौरान विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होंगे। कई संस्थाओं का सहारा भी लिया जाएगा। सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थान से मिलकर कार्यक्रम किया जाना है। चिकित्सा संस्थान, जिला अस्पताल व शहरी अस्पताल में नवजात शिशु व जेनरल ओपीडी में प्रचार-प्रसार सामग्री लगाना है। सभी संस्था जहां प्रसव होता है वहां नवजात की जन्मजात विकृतियां की जांच भी होगी। सिविल सर्जन महीने के अंत में होने वाली समीक्षात्मक बैठक में नवजात शिशु सप्ताह से संबंधित कार्यों की भी समीक्षा करेंगे। रिपोर्ट राज्य को उपलब्ध कराया जाएगा। जिला स्तर पर स्वास्थ्य समिति नवजात शिशु सप्ताह मनाने की तैयारी पूरी कर ली है। सात दिनों तक सभी एएनएम, सहिया व अन्य स्वास्थ्यकर्मी नवजात शिशुओं की सुरक्षा का ख्याल रखेंगे।

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क्षेत्र भ्रमण करेगी एएनएम 15 से 21 नवंबर तक मनाई जाने वाली नवजात शिशु सप्ताह के दौरान सभी सहिया नवजात शिशुओं का गृह भ्रमण करेगी। इसके अलावा एएनएम भी अपने क्षेत्र का भ्रमण करेगी। प्रतिदिन एक गांव का भ्रमण करेगी। एएनएम के अलावा एमपीडब्ल्यू व एलएचवी भी साथ-साथ रहेंगे। स्वास्थ्यकर्मी प्रसूती को नवजात की सुरक्षा का टिप्स बताएंगे। नवजात की देखभाल में बरतनी जाने वाली सावधानियों की जानकारी देंगे। ताकि नवजात शिशु पूरी तरह से सुरक्षित व स्वस्थ्य रहे। नवजात शिशु सप्ताह के दौरान एएनएम एवं सहिया द्वारा जितने बच्चों को भ्रमण किया गया है उनमें 10 फीसद बच्चों की जांच चिकित्सा द्वारा किया जाएगा।

------------------------------------ किस तरह के नवजात की होगी जांच

-गृह प्रसव/कम वजन वाले शिशु -बीमार नवजात शिशु/अस्पताल से डिस्चार्ज शिशु -बच्चों का कम विकास होना/कोई बीमारी

-विकृतियां व पोषण संबंधी ------------------------------

काउंसलिग करेगी सहिया नवजात शिशु सप्ताह में उन माताओं को प्राथमिकता मिलेगी जो परिवार सुदूर दुर्गम

क्षेत्र में रहते हैं। सहियाओं को काउंसलिग करना है। ताकि नवजात की देखभाल

सही तरीके से हो सके। सहिया एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा एएनसी की

बैठक में माताओं को नवजात शिशु की देखभाल के बारे में जानकारी देंगे।

काउंसलिग में माताओं को यह बताया जाएगा कि प्रसव बाद नवजात की देखभाल कैसे करना है। क्या-क्या सावधानियां बरतनी है।

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वर्जन..

नवजात शिशु सप्ताह मनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। सहिया, एएनएम को भी आवश्यक निर्देश दिया गया है। डा. आरडी पासवान, सिविल सर्जन पाकुड़


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