गणतंत्र दिवस पर छलका आलमगीर आलम का दर्द, बोले-जिस उम्मीद से झारखंड के लिए लड़ाई लड़ी, वैसा विकास नहीं हुआ
Minister Alamgir Alam मंत्री आलमगीर आलम ने गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राज्य का सही से विकास नहीं होने पर दुख जताया। उसके साथ ही राज्य सरकार के योजनाओं का बखान भी किया।
पाकुड़, जागरण संवाददाता। गणतंत्र दिवस पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने आरजे स्टेडियम में झंडा फहराया। इस दौरान आलमगीर आलम ने कहा कि जिस उम्मीद से झारखंड राज्य के लिए लड़ाई लड़ी गई। अलग झारखंड राज्य का गठन हुआ, उस अनुरूप झारखंड का विकास नहीं हुआ।
मंत्री आलमगीर आलम ने गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में संविधान का अनुपालन करना सबके लिए जरूरी है। संविधान के दायरे में ही रहकर कुछ किया और कहा जा सकता है। संविधान में सबको समान अधिकार है। हमें अपना कर्तव्य भी निभाना होगा।
झारखंड सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि पहले पेंशन के लिए लोगों को भटकना पड़ता था। इसके निदान के लिए उनकी सरकार ने सर्वजन पेंशन योजना की शुरूआत की। अभी सभी को पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम के माध्यम से सरकार ने लोगों के घरों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने का काम किया है। बड़ी संख्या में लोग इससे लाभान्वित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग में सबसे अधिक लोगों को राेजगार मिला है। सरकार ने पेंशन की समस्या के निदान के लिए ओल्ड पेंशन योजना लागू कर दी। पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांगों काे पूरा किया गया। राज्य में हेमंत सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही कोरोना फैल गया। जिसके कारण दो साल सरकार कोई विकास कार्य नहीं कर सकी। अब विकास कार्य तेजी से हो रहा है।
निकली आकर्षक झांकियां
अपने अभिभाषण में मंत्री ने संविधान की रक्षा में बलिदान देने वाले बलिदानियों को भी नमन किया। इसके पहले मंत्री ने परेड का निरीक्षण कर झंडा फहराया। मंत्री का भाषण समाप्त होने के बाद विकास योजनाओं को दर्शाती विभिन्न विभागों की ओर से आकर्षक झांकी निकाली गई।
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण विकास मंत्री ने श्रेष्ठ खिलाड़ियों, कर्मचारियों व झांकी, परेड में सर्वाेच्च स्थान प्राप्त करने वालों को सम्मानित किया। यहां गणतंत्र दिवस कार्यक्रम देखने बड़ी संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे पहुंचे थे।