रुर्बन मिशन के लिए पंचायतों को उपलब्ध कराएं योजनाएं
पाकुड़ : श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) के चार वर्ष पूरा होने को लेकर डीसी कार्यालय स
पाकुड़ : श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन (एसपीएमआरएम) के चार वर्ष पूरा होने को लेकर डीसी कार्यालय स्थित जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में गुरुवार को कार्यशाला आयोजित की गई।
इसमें उपविकास आयुक्त राम निवास यादव ने कहा कि राष्ट्रीय रुर्बन मिशन योजना के तहत शहर से सटे गांव-पंचायत को शहर की तरह विकसित करना है। जिले में भी इस योजना के तहत ईलामी व रामचंद्रपुर पंचायत को क्लस्टर के लिए चिह्नित किया गया है। उन्होंने सभी विभागों से पूर्व में इस दिशा में अब तक किए गए कार्यो की जानकारी ली।
कहा कि सभी अपने-अपने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का कार्य दोनों पंचायतों में सुनिश्चित करें। उन्होंने योजनाओं को धरातल पर पहुंचाने व शहरी क्षेत्र में उपलब्ध योजनाओं को गांव तक ले जाने को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करें। कहा कि सभी संबंधित विभाग पेयजल एवं स्वच्छता, सिचाई आदि डीपीआर तैयार कर अविलंब जिला को समर्पित करें। ताकि उसके अनुमोदन को लेकर राज्य स्तरीय समिति (एसएलईसी) को भेजा जा सके।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि पहले कुछ विभागों ने डीपीआर उपलब्ध कराया था। जिसे राज्य मुख्यालय भेजा गया था लेकिन डीपीआर उपलब्ध कराएं गए फार्मेट में नहीं होने के कारण वहां से वापस कर दिया गया। डीडीसी ने डीआरडीए निदेशक को डीपीआर का तय फार्मेट की जानकारी सभी पदाधिकारी को देने को कहा। उन्होंने कहा कि हमारे यहां तीसरे चरण में कार्य होना है इसलिए इसमें तेजी नहीं थी। लेकिन अब इसमें तेजी लानी है। पहले व दूसरे चरण में जिन जिलों के पंचायतों को चिन्हित किया गया है। वहां कार्य की प्रगति काफी तेजी से चल रही है।
कार्यशाला में उपस्थित डीआरडीए निदेशक राधेश्याम प्रसाद ने सभी अधिकारियों व पंचायतों के मुखिया को इसके तहत किए जाने वाले कार्य की विस्तृत जानकारी दी। इस योजना के उद्देश्यों से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने ग्राम स्तर पर नियमित ग्राम सभा करने, विभिन्न योजनाओं से संबंधित शिविर लगाकर आम जनों को लाभ दिलाने, रुर्बन क्लस्टर में जन प्रतिनिधियों की भूमिका से अवगत कराया। एसबीआइ आरसेटी, जेएसएलपीएस द्वारा पंचायत की महिलाओं का समूह बनाकर स्वरोजगार से जोड़ने, डोर टू डोर अभियान चलाने आदि की जानकारी दी।
मौके पर सिविल सर्जन डा. रामदेव पासवान, एलडीएम के के सिन्हा, डीएसई दुर्गानंद झा, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी, ईलामी मुखिया मिसफीका हसन, रामचंद्रपुर मुखिया जयलाल माल समेत अन्य विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।