पाकुड़ में आपूर्ति से कम ऑक्सीजन की खपत
पाकुड़ मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर पूरे देश में चिता बढ़ गई है। कई राज्यों में बढ़ते मरीजों के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति चुनौती बनी हुई है। कोरोना काल में स्थानीय सरकारी अस्पतालों की स्थिति बेहतर है।
पाकुड़ : मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर पूरे देश में चिता बढ़ गई है। कई राज्यों में बढ़ते मरीजों के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति चुनौती बनी हुई है। कोरोना काल में स्थानीय सरकारी अस्पतालों की स्थिति बेहतर है। पाकुड़ जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोविड-19 मैनेजमेंट अस्पताल रिची लिट्टीपाड़ा में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। ऐसा इसलिए कि यहां कोरोना के कम ही अत्यंत गंभीर मरीज भर्ती हुए हैं। आंकड़े बताते हैं कि कोरोना को लेकर मार्च से अबतक जिले को 160 मेडिकल ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध हुए। लगभग 35-40 सिलिंडर का उपयोग भी हुआ। उसे पुन: स्थानीय स्तर पर गैस एजेंसी से रिफिल करा दिया गया है।
आंकड़ों पर गौर करें तो लगभग 120 ऑक्सीजन कोविड 19 अस्पताल प्रबंधन के पास मौजूद है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि उनके पास पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन उपलब्ध है। जब-जब जरूरत पड़ी तब-तब सरकार ने ऑक्सीजन उपलब्ध कराया। हालांकि कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। कोविड 19 मैनेजमेंट अस्पताल रिची को सुविधाओं से लैस कर दिया गया है। कोरोना के मरीजों को आइसीयू, ऑक्सीजन जैसी समस्याओं से जूझना नहीं पड़ेगा। यहां एक भी मरीज भर्ती नहीं है।
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सदर अस्पताल में भी नहीं है कमी
सोनाजोड़ी स्थित सदर अस्पताल में भी मेडिकल ऑक्सीजन की कमी नहीं है। कोरोना काल के पूर्व से जितना ऑक्सीजन सदर अस्पताल को उपलब्ध होता रहा है उतना आज भी उपलब्ध हो रहा है। सदर अस्पताल प्रबंधन के अनुसार प्रत्येक माह करीब 60 सिलिंडर की खपत है। ऑक्सीजन का उपयोग सदर अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों के लिए होता है। ऐसा कोरोना काल के पूर्व से चलता आ रहा है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार लोकल एजेंसी से ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाता है।
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मेडिकल ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। कोविड 19 मैनेजमेंट अस्पताल रिची में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन उपलब्ध है। सदर अस्पताल में अलग से ऑक्सीजन की व्यवस्था है।
डॉ. रामदेव पासवान, सिविल सर्जन
पाकुड़