राजमहल में साइमन के नाम है सर्वाधिक मतों से जीतने का रिकॉर्ड
राजमहल क्षेत्र के इतिहास में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत का रिकॉर्ड झामुमो नेता साइमन मरांडी के नाम दर्ज है।
पाकुड़ : राजमहल लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका कई दिग्गज नेताओं को मिला, लेकिन राजमहल क्षेत्र के इतिहास में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत का रिकॉर्ड झामुमो नेता साइमन मरांडी के नाम दर्ज है। साइमन फिलहाल लिट्टीपाड़ा के विधायक हैं। साइमन का यह रिकॉर्ड मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए किसी के लिए तोड़ना मुमकिन नहीं लगता। वहीं दूसरी ओर राजमहल से सबसे कम मतों के अंतर से जीतने का रिकॉर्ड भाजपा के सोम मरांडी के नाम दर्ज है। 1998 के चुनाव में सोम मरांडी ने सिर्फ 9 मतो के अंतर से कांग्रेस नेता थॉमस हांसदा को हराया था। इस चुनाव में सोम मरांडी को 1,98,889 मत मिले थे जबकि कांग्रेस के ,हांसदा को 1,98,880 वोट से संतोष करना पड़ा था।
दरअसल 1984 के लोकसभा चुनाव में राजमहल से झामुमो की इंट्री हुई। इस चुनाव में झामुमो ने कांग्रेस प्रत्याशी सेत हेम्ब्रम के खिलाफ साइमन मरांडी को प्रत्याशी बनाया। साइमन को 75,820 वोट मिले। इस चुनाव में साइमन को 78 हजार से भी अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा। परंतु इसके बाद 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में झामुमो के साइमन मरांडी ने रिकार्ड तोड़ मतों के अंतर से अपना परचम लहराया। इस चुनाव में साइमन मरांडी ने 1.66 लाख से भी अधिक मतों के अंतर से निर्दलीय प्रत्याशी जय कुमार टुडू को हराया। चुनाव में साइमन मरांडी को 2,65,332 वोट मिले थे। राजमहल लोकसभा चुनाव के इतिहास में जीत का यह अंतर रिकार्ड में रूप में आज भी कायम है। इसके बाद के चुनाव में साइमन खुद अपने रिकार्ड की बराबरी नहीं कर पाए। इसके बाद 1991 के लोकसभा चुनाव में साइमन मरांडी के जीत का अंतर महज 32,664 रह गया। 1991 के चुनाव में साइमन मरांडी को 1989 की तुलना में करीब 90 हजार कम वोट मिले। राजनीतिक के जानकारों का कहना है कि 1989 के चुनाव में जय कुमार साइमन के खिलाफ कमजोर प्रत्याशी थे। परंतु 1991 में साइमन का सामना कांग्रेस के कद्दावर नेता थॉमस हांसदा से हुआ था। राजमहल में दूसरी बड़ी जीत दर्ज करने वाले नेता अंथोनी मुर्मू थे। उन्होंने 1977 के चुनाव में 92,486 मतों के अंतर से कांग्रेस के वाईसी मुर्मू को हराया था। बहरहाल राजमहल लोकसभा क्षेत्र से सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत का रिकॉर्ड आज भी साइमन मरांडी के नाम दर्ज है।