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नौनिहालों की सेहतमंद बनाएगा स्वास्थ्य विभाग

जागरण संवाददाता पाकुड़ बच्चों को बीमारियों से बचाने और उसे स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्य विभा

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 05:01 AM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 05:01 AM (IST)
नौनिहालों की सेहतमंद बनाएगा स्वास्थ्य विभाग

जागरण संवाददाता, पाकुड़ : बच्चों को बीमारियों से बचाने और उसे स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग विशेष जांच अभियान चला रहा है। जिले में 26 जुलाई से अभियान की शुरू हो गया है। यह अभियान एक अगस्त तक चलेगा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सहिया व स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर बीमार बच्चों को चिह्नित करेंगे। इसके लिए सहिया व एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इनलोगों ने माइक्रोप्लान तैयार किया है। इसके अनुसार घर-घर जाकर बच्चों की जांच की जा रही है। शून्य से पांच वर्ष, पांच से10 वर्ष व 10 वर्ष से ऊपर के बच्चों की जांच की जाएगी। सहिया, एएनएम प्रतिदिन स्वास्थ्य जांच की रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों के कार्यालय में जमा करना है। विशेष जांच के दौरान सभी प्रकार की बीमारियों के बारे में पता लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिलेभर में 16 वर्ष तक के 2.71 लाख बच्चों का स्वास्थ्य जांच होगा। नौनिहालों की सेहत का ख्याल रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग गंभीरता पूर्वक काम कर रही है।

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बच्चों में इन बीमारियों की होगी पहचान

-शरीर, खासकर सिर या पीठ में गांठ होना

-गांठ में कोई स्त्राव या रक्तश्राव होना

-बच्चे का पैर ठीक से काम कर रहा है या नहीं

-शारीरिक विकास में देरी, हल्के से मध्यम बौद्धिक दिव्यांगता

-कटा होंठ या तालू

-घुमा हुआ पैर और पैर की अंगुलियां

-पैर का छोटा, बड़ा होना, एक समान न होना

-आंख से धुंधला दिखना, कम दिखना

-सुनाई नहीं देना, बच्चे के कान के पास आवाज देने से कोई प्रतिक्रिया नहीं करना

-समय से पहले बच्चे का जन्म होना

-हथेली सफेद होना, त्वचा सफेद होना तथा आंख पीली होना

-शरीर के किसी भाग में लालिमा, खुजली होना

-जैसे-तैसे बैठना, अच्छे से नहीं खेलना

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माता-पिता का होगा काउंसलिग

घर-घर पहुंचने वाली सहिया व अन्य स्वास्थ्य कर्मी न सिर्फ बीमारी बच्चों को ढूंढेगी, बल्कि बच्चों को स्वस्थ्य रखने के लिए उनके माता-पिता को जरूरी जानकारी भी देंगी। घर पर माता-पिता का काउंसलिग भी होगा, ताकि वे अपने बच्चों का पूरा ख्याल रख सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्देश भी जारी किया गया है।

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उम्रवार बच्चों की संख्या

उम्र संख्या

0-4 वर्ष 1.88 लाख

5 वर्ष का 29 हजार

10 वर्ष का 28 हजार

16 वर्ष का 26 हजार

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घर-घर जाकर बीमार बच्चों की खोज की ता रही है। एक अगस्त तक विशेष खोज अभियान चलेगा। सहिया को विशेष रूप से निर्देशित किया गया है।

डा. रामदेव पासवान, सिविल सर्जन, पाकुड़


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