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24 घंटे बाद भी गंगा में समाए सूर्यनारायण का पता नहीं

साहिबगंज  मुफस्सिल थाना क्षेत्र  में समदा से सुकरघाट के बीच गंगा में समाए सूर्यनारायण का 24 घंटे बाद भी कोई पता नहीं चल सका है। इससे परिजन परेशान हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 08:03 AM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 06:31 AM (IST)
24 घंटे बाद भी गंगा में समाए सूर्यनारायण का पता नहीं
24 घंटे बाद भी गंगा में समाए सूर्यनारायण का पता नहीं

साहिबगंज : मुफस्सिल थाना क्षेत्र  में समदा से सुकरघाट के बीच गंगा में समाए सूर्यनारायण का 24 घंटे बाद भी कोई पता नहीं चल सका है। इससे परिजन परेशान हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल है।

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नया टोला आश्रम गांव निवासी सूर्यनारायण बंद सात लोगों के साथ नाव से बलुआ दियारा स्थित अपने खेत में खाद डालने जा रहे थे। समदा से सुकरघाट के बीच एक एलसीटी के गुजरने से नदी में उठे तरंग से उनका नाव पलट गई। उसी नाव पर सवार सूर्यनारायण बिद के फुफेरे भाई वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उनलोगों ने शोर मचाया तब आसपास के कुछ ग्रामीणों ने आकर उन्हें बचाया। लेकिन काफी जद्दोजहद करने के बाद भी नाविक सूर्यनारायण को गंगा से निकालने में सफलता नहीं मिली। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि घटना घटित होने के दो घंटे बाद भी पुलिस दुर्घटना के शिकार हुए नाव एवं नाविक की खोजबीन में रुचि नहीं दिखाई। हालांकि सदर अनुमंडल पदाधिकारी पंकज साह ने समदा घाट पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली थी। वहीं इस संबंध में एलसीटी घाट प्रबंधक ने बताया कि जहाज से नाव नहीं टकराई है। आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है। नाविक सूर्यनारायण बिद घर के एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति थे। परिवार में पत्नी, दो बेटियों व एक नातिन है। उसकी नातिन नंदनी कुमारी ने बताया कि अब हम परिवार वालों का गुजर बसर कैसे होगा यह हमलोग नहीं समझ पा रहे हैं।


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