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रात के अंधेरे में बिना चालान पार हो रही चिप्स लदी गाड़ियां

पाकुड़ जिले के पत्थर माफिया में शासन प्रशासन का डर केवल दिन के उजाले में दिख रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 May 2022 04:00 AM (IST)Updated: Wed, 25 May 2022 04:00 AM (IST)
रात के अंधेरे में बिना चालान पार हो रही चिप्स लदी गाड़ियां
रात के अंधेरे में बिना चालान पार हो रही चिप्स लदी गाड़ियां

रात के अंधेरे में बिना चालान पार हो रही चिप्स लदी गाड़ियां

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जागरण संवाददाता, पाकुड़ : अवैध खनन व परिवहन के लिए बदनाम पाकुड़ जिले के पत्थर माफिया में शासन प्रशासन का डर केवल दिन के उजाले में दिख रहा है। दिन में खनिज लदे वाहनों का परिवहन कम हो गया है। जो वाहन जिले की सीमा पर कर रहा है, वह चालान लेकर जा रहा है। बावजूद रात के अंधेरे में यह अवैध कारोबार अब भी फल फूल रहा है। इसके कारोबारी की चांदी कट रही है। हालांकि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अवैध खनन व परिवहन के खिलाफ खनन विभाग के साथ साथ पुलिस व अंचल प्रशासन ने भी कार्रवाई तेज कर दिया है। प्रत्येक दिन बिना चालान की गाड़ियां पकड़ी जा रही है। वाहन मालिक व चालक के खिलाफ केस भी किया जा रहा है।

पाकुड़ से निकलती है 250 से अधिक गाड़ियां

जिले के हिरणपुर खनन क्षेत्र से कोटालपोखर होकर हरेक रात दस बजे से सुबह तीन बजे तक 250 से अधिक पत्थर खनिज लदी गाड़ियां बिहार, बंगाल के लिए निकलती है। इन गाड़ियों में क्षमता से करीब करीब दो गुणा पत्थर खनिज लदा होता है। एक गाड़ियों में 10 से 12 हजार रुपये के सरकारी राजस्व की चोरी हो रही है। जानकार बताते हैं कि इन सबके पीछे एक बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है। वह संबंधित अधिकारियों को मैनेज करने के नाम पर सभी गाड़ियों से निर्धारित राशि की वसूली कर रह है। वहीं महेशपुर व पाकुड़िया प्रखंड के पत्थर खनन क्षेत्र में भी कमोवेश यही स्थिति है। दूसरी ओर जिला मुख्यालय से सटे मालपहाड़ी खनन क्षेत्र से होकर भी बड़ी संख्या में पत्थर खनिज लदी गाड़िया बंगाल जा रही है। इसमें से अधिकर बिना परिवहन चालान के होती है। सरकार की सख्ती के बाद इस क्षेत्र में अवैध गाड़ियों की संख्या कम हुई है। कई कारोबारी अभी अपना अवैध काम बंद कर मामला शांत होने का इंतजार कर रहे हैं।

अब भी चल रहा अवैध खनन

जिले के हिरणपुर, पाकुड़िया, महेशपुर, मालपहाड़ी खनन क्षेत्र में अब भी अवैध पत्थर खनन चल रहा है। बंगाल की सीमा से सटे क्षेत्रों में बंगाल के कारोबारी इसमें संलिप्त हैं। जब भी प्रशासन की ओर से इन क्षेत्रों में सख्ती बरती जा रही है ये सीमा पार भाग निकलते हैं। कुछ कारोबारी अब भी अपने आका का नाम लेकर अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं।

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राजस्व चोरी पर अंकुश के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन इसको लेकर गंभीर है। जल्द ही अवैध खनन पर परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगेगी।

प्रदीप कुमार साह, जिला खनन पदाधिकारी,पाकुड़


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