मध्याह्न भोजन में परोसी जा रही उबाली सब्जी
संवाद सहयोगी पाकुड़ जिला मुख्यालय से तकरीबन सात किलोमीटर दूर प्राथमिक विद्यालय किस्मत लखनपु
संवाद सहयोगी, पाकुड़ : जिला मुख्यालय से तकरीबन सात किलोमीटर दूर प्राथमिक विद्यालय किस्मत लखनपुर है। इस विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक की पढ़ाई होती है। यहां एक सरकारी तथा सात पारा शिक्षक पदस्थापित हैं। बुधवार को तीन पारा शिक्षक छुट्टी पर थे। इस विद्यालय में 569 बच्चे नामांकित है। बुधवार को विद्यालय में 324 बच्चे उपस्थित थे। उक्त विद्यालय का हाल जानने 12:45 बजे विद्यालय पहुंचा। इस समय प्रधानाध्यापक अबुल कलाम आजाद अपने कार्यालय कक्ष में बैठकर सीआरपी प्रवीण चंद्र दास से बात कर रहे थे। पारा शिक्षिका विद्यालय के बरामदे में बैठ कक्षा एक के बच्चों को पढ़ा रही थी। दूसरा कक्षा में कोई शिक्षक नही था। इस कक्षा में ब्लैक बोर्ड के पास तीन-चार बच्चे खड़े थे। कुछ बच्चे बेंच-डेस्क पर बैठे थे। वहीं दूसरी मंजिल पर तीन, चार व पांच कक्षा में पारा शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे थे। बच्चों को अल्पहार का लाभ नहीं मिल रहा है। स्कूल के बहुत सारे बच्चे बिना ड्रेसकोड के ही स्कूल में आए थे। विद्यालय के बरामदा व कक्षा में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ था। छात्र तकबरूल शेख, मानिकुल शेख, रघुनंदन भास्कर ने बताया कि स्कूल में हमलोगों को कभी भी अल्पाहार नहीं दिया जाता है। मध्याह्न भोजन में चावल व सब्जी थी। दाल बनाने की प्रक्रिया चल रही थी। सब्जी सिर्फ उबाला गया था। स्कूल छुट्टी होने के समय बच्चों को मध्याह्न भोजन दिया जाता है। रसोईया ने बताया कि 32 किलो चावल तथा 30 किलो आलू एवं सोयाबीन की सब्जी बनी है। इसके बाद उत्क्रमित मध्य विद्यालय किस्मत कदमसार का हाल जानने पहुंचा। यहां बच्चे स्कूल के बरामदे में बैठकर भोजन कर रहे थे। साथ ही कुछ बच्चे थाली में एमडीएम लेकर घर जा रहे थे। अंग्रेजी में बच्चे कमजोर
सीआरपी प्रवीनचंद्र दास ने बताया कि स्कूल के बच्चे अंग्रेजी विषय में बहुत ही कमजोर है। इसे लेकर प्रधानाध्यापक को स्कूल में पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षकों की कोई कमी नहीं है। परंतु अगर इस तरह पढ़ाई में बच्चे कमजोर होंगे तो इसका जवाबदेही प्रधान शिक्षक पर बनता है।
----
वर्जन..
बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं की जाती है। बच्चों को अल्पाहार नहीं दिया जाता है। यह मामला एसएमसी के अध्यक्ष और संयोजिका की है। दोनों मिलकर एमडीएम का हिसाब करते हैं। पारा शिक्षक अभ्यास पुस्तिका पर हस्ताक्षर नही करते हैं। बच्चों का पोशाक आ गया है। उसे वितरण किया जाएगा।
अबुल कलाम आजाद, प्रधानाध्यापक,
प्रावि किस्मत लखनपुर
------
वर्जन..
जांचकर संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जाएगी। प्रधान शिक्षकों को नियमानुसार स्कूल का संचालन करना है।
दुर्गानंद झा, डीएसई पाकुड़