जागरूकता से इनोवेशन व बेस्ट प्रैक्टिस में पूर्वी क्षेत्र अव्वल
पाकुड़ : इनोवेशव व बेस्ट प्रैक्टिस में नगर परिषद का पूर्वी क्षेत्र सबसे आगे है। सरकार ने स्वच्छ
पाकुड़ : इनोवेशव व बेस्ट प्रैक्टिस में नगर परिषद का पूर्वी क्षेत्र सबसे आगे है। सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद इसकी घोषणा की है। इसमें नगर परिषद के पदाधिकारियों, कर्मचारियों व समाजसेवियों का अहम योगदान है। भारत सरकार की ओर से आई सर्वेक्षण टीम ने पाकुड़ को पहले ही ओडीएफ घोषित कर चुकी है। इस मामले में नगर परिषद को पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
एसडीओ जीतेंद्र कुमार देव ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहर के विभिन्न स्थानों पर 10 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। जगह मिलने पर और भी सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। खुले में शौच मुक्त के लिए अभियान चलाकर 300 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण कराया गया है। साक्षरता के क्षेत्र में सबसे पिछड़ा पाकुड़ जिला में जागरुकता अभियान चलाकर प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने में कामयाबी भी मिली है। चोरी-छिपे प्लास्टिक का उपयोग करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई भी की गई। जुर्माना की भी कार्रवाई की गई है। एसडीओ ने बताया कि पाकुड़ जैसे छोटे शहर में जागरुकता अभियान चलाना काफी मुश्किल था लेकिन नगर परिषद के कर्मियों, जन प्रतिनिधियों व गणमान्य लोगों के सहयोग से जागरुकता अभियान सफल हो सका। शहर को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए कैदियों को जेल में ही जूट का बैग बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। कैदियों द्वारा निर्मित जूट का बैग बाजार में बिक रहा है। शहरी आजीविका मिशन के तहत भी युवा व युवतियों को प्रशिक्षण देने का काम किया गया है। एसडीओ ने बताया कि सभी के सहयोग से इनोवेशव व बेस्ट प्रैक्टिस में नगर परिषद का पूर्वी क्षेत्र अव्वल हो पाया है।