विधानसभा में नमाज कक्ष का आवंटन गलत परंपरा की शुरूआत
पाकुड़ झारखंड विधानसभा में किसी वर्ग विशेष के लिए नमाज कक्ष का आवंटन किया जाना न केवल एक गलत परंपरा की शुरुआत है बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों के भी विपरीत है।
संवाद सहयोगी,पाकुड़ : विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है। इसे किसी धर्म या पंथ की परिधि में समेट कर नहीं रखा जा सकता, लेकिन झारखंड विधानसभा में किसी वर्ग विशेष के लिए नमाज कक्ष का आवंटन किया जाना न केवल एक गलत परंपरा की शुरुआत है बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों के भी विपरीत है। यह बातें शहर के रवींद्र चौक के समीप सोमवार को झारखंड विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय के विरुद्ध एक दिवसीय धरना को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक वेणी प्रसाद गुप्ता ने कही। धरना का आयोजन भाजपा जिलाध्यक्ष बलराम दुबे के नेतृत्व में किया।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि हेमंत सरकार राज्य में तुष्टिकरण की पराकाष्ठा कर रही है। विधानसभा राज्य की सर्वोच्च पंचायत है, जिसे हेमंत सरकार तुष्टिकरण का केंद्र बना रही। राज्य सरकार के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा सचिवालय में नमाज पढ़ने के लिए कमरे को आवंटित किया है। यह पूरी तरह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक निर्णय है। इस कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री शर्मिला रंजक, नगर परिषद उपाध्यक्ष सुनील सिन्हा, अनुग्रहित प्रसाद साह, जिला परिषद अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू, विवेकानंद तिवारी, प्रसन्ना मिश्रा, कामेश्वर दास, अमृत पांडे, दिलीप सिंह, पार्वती पासवान, साधना ओझा, सपन दुबे, जैसन बेसरा, मोहम्मद मुख्तार, अरुण चौधरी, नगर अध्यक्ष पंकज शाह, मोजेस टुडू , तरुण शाह, अरुण भगत, अरुण मरांडी, पार्थ दीक्षित, सोहन मंडल, रतन भगत, गणेश रजक, कुंदन सिंह, विक्रम मिश्रा, राजा साह, लूतफुल हक, अभीक दास, फुलवंती देवी, विनय कुमार सिंह, विद्यासागर मिश्रा, प्रकाश जायसवाल, करण मंडल सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।