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लड़कियां शिक्षित और सक्षम बनें : द्रौपदी मुर्मू

जागरण संवाददाता लोहरदगा झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू बुधवार को लोहरदगा में महिला

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 07:56 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 07:56 PM (IST)
लड़कियां शिक्षित और सक्षम बनें : द्रौपदी मुर्मू

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू बुधवार को लोहरदगा में महिला कॉलेज के तीन कॉलेजों का उद्धाटन की। लोहरदगा-बेडो मुख्य पथ में सेन्हा प्रखंड अंतर्गत बरही में 9.18 करोड़ की लागत से बने महिला कॉलेज भवन का उद्धाटन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, विधायक सह मंत्री डा. रामेश्वर उरांव, लोकसभा सांसद सुदर्शन भगत, विशुनपुर विधायक चमरा लिडा ने किया। मौके पर राज्यपाल द्वारा गुमला जिले के घाघरा प्रखंड में नवनिर्मित मॉडल डिग्री महाविद्यालय का भी ऑनलाइन उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी की। मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि लड़कियां शिक्षित और सक्षम बनें। महिलाओं को खुद की सुरक्षा, शिक्षा के साथ आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि केरल में सरकारी स्कूल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए प्रतियोगिता होती है। उन्होंने कहा कि यहां कॉलेज की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्र में बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। एमएलए, मंत्री, सांसद को भी बीच-बीच में आना चाहिए। आज स्कूलों में शिक्षक ही नहीं है। घंटी आधारित शिक्षक नियुक्त किया गया है। मैंने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूलों का दौरा किया था। वहां की छात्राएं प्राइवेट स्कूलों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। बच्चियों को सशक्त बनाना जरूरी है। आत्मरक्षा की ट्रेनिग उन्हें मिलनी चाहिए। पढ़ाई केवल नौकरी के लिए नहीं, बल्कि अपने बौद्धिक विकास के लिए भी होना चाहिए। वर्तमान में अध्ययन के लिए बहुत अच्छी सुविधा दी जा रही है। इस महाविद्यालय के निर्माण के लिए वित्त सचिव सहित अन्य पदाधिकारियों को बुलाकर उनके साथ कई बार विचार-विमर्श किया गया, तब जाकर इसे मूर्त रूप दिया जा सका है। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा ही विकास की कुंजी है। कुछ आगे बढ़े या ना बढ़े शिक्षा को आगे बढ़ाना होगा। इस महाविद्यालय के बनने से आसपास बाजार खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलप होगा, व्यवसाय प्रारंभ होगा। इस महाविद्यालय में 40 से अधिक क्लासरूम और शौचालय हैं। बच्चों को जॉब ओरिएंटेड विषय पढ़ने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य में 11 महिला महाविद्यालय तथा रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत कुल तीन महिला महाविद्यालय बन रहे हैं। गुमला जिले के घाघरा में एक और सिमडेगा जिले के बानो में एक मॉडल डिग्री महाविद्यालय खुल रहा है। महिलाएं जब तक आगे नहीं बढ़ेंगी, तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। आज कोई शिक्षक बनना नहीं चाहता। यदि अच्छे शिक्षक नहीं बनेंगे तो अच्छे लोग कहां से आएंगे। बच्चों को नैतिक शिक्षा भी देनी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि लोकल से वोकल बनें। केरल जैसे राज्य में निजी विद्यालय, महाविद्यालय नहीं हैं, क्योंकि वहां विधायक, मंत्री, सांसद के बच्चे सरकारी विद्यालय, कॉलेज में पढ़ाई करते हैं। ऐसी व्यवस्था यहां भी होना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि महाविद्यालय में शिक्षक कम से कम 5-6 वर्ष रहकर पढ़ाएं। अगर आवश्यकता पड़े तभी उनका स्थानांतरण हो। राज्यपाल ने कहा कि विगत पांच वर्षों में कोई भी स्थानांतरण-पदस्थापन शिक्षकों का नहीं हुआ है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार एक ऐसा आदेश पारित करे, जिसमें महाविद्यालय शिक्षकों का स्थानांतरण पांच वर्षों से पहले ना हो। कार्यक्रम में डीसी दिलीप कुमार टोप्पो, एसपी प्रियंका मीना, डीडीसी अखौरी शशांक सिन्हा, एसडीपीओ जितेंद्र कुमार, डीएसपी परमेश्वर प्रसाद, कार्यपालक दंडाधिकारी अमित बेसरा, एनडीसी प्रमेश कुशवाहा, मनीषा तिर्की, सीएस डा. विजय कुमार, महिला कालेज भवन के निर्माणकारी एजेंसी बीपी कंस्ट्रक्शन के मालिक रवि कुमार, सेन्हा प्रखंड के जिला परिषद सदस्य रामलखन प्रसाद, विधायक प्रतिनिधि निशिथ जायसवाल, कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव, सेन्हा थाना प्रभारी सूरज प्रसाद, सांसद प्रतिनिधि चंद्रशेखर प्रसाद, रोहित प्रियदर्शी उरांव, संजय दूबे, मनीर उरांव, सीताराम शर्मा, अजय मित्तल, पशुपति नाथ पारस, सजल कुमार आदि मौजूद थे। राष्ट्रीय स्तर से झारखंड में शिक्षा का स्तर कम है : मंत्री

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लोहरदगा : मंत्री डा. रामेश्वर उरांव ने कहा कि खुशी की बात है कि लोहरदगा-गुमला में महिला कॉलेज खोला गया। राष्ट्रीय स्तर से झारखंड में शिक्षा का स्तर कम है। इस इलाके में महिला कॉलेज खोलने का निर्णय नमन योग्य है। शिक्षा बहुत जरूरी है। मंत्री ने कहा कि 1970 में मैंने अर्थशास्त्र पढ़ा था। मैं तो शिक्षक की सहायता करूंगा। सुदूर क्षेत्र की बालिकाओं को प्रोत्साहन मिलेगा : सांसद

लोहरदगा : सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि गुमला और लोहरदगा के लिए खुशी का दिन है। बालिका शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा परिवर्तन आएगा। आदिवासी बहुल इन दोनों जिलों के सुदूर क्षेत्र की बालिकाओं को काफी प्रोत्साहन और लाभ मिलेगा। छात्रावासों की कमी, गरीबी और संसाधनों की कमी के कारण बालिका ही नहीं बालक भी बाहर पढ़ने नहीं जाते हैं। जो पढ़ेगा वही आगे बढ़ेगा : विधायक

लोहरदगा : विशुनपुर विधायक चमरा लिडा ने कहा कि पाकिस्तान में डिबेट चल रही है कि शिक्षा और साइंस में भारत के मुकाबले हम क्यों नहीं है। शिक्षा के मामले में वह बहुत पीछे है। आदिवासी बहुल क्षेत्र में इस कॉलेज की शुरुआत के लिए सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि जो पढ़ेगा वही आगे बढ़ेगा। ट्राइबल सब प्लान के पैसे से आदिवासी बच्चों को पायलट की ट्रेनिग दी गई। पहले बैच में 25 आए, वह सभी पायलट बने हुए हैं। सेकंड बैच में संख्या कम हो गई। आग्रह किया कि ऐसे कार्यक्रमों को भी बढ़ावा दिया जाए। सिस्टम भी मॉडल होना चाहिए : रमेश

लोहरदगा : रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रमेश कुमार पांडे ने कहा कि आप मॉर्डन कॉलेज यहां खोल रहे हैं। सिस्टम भी मॉडल होना चाहिए। एडमिशन भी अच्छे छात्राओं का हो। शिक्षक भी अच्छे हों, समर्पित हो। मेरे पास भी शिक्षक पैरवी करने के लिए आते हैं कि फलाना जगह ट्रांसफर करा दें। बहुत पिछड़ा इलाका है और दूरदराज से बच्चियां आएंगी और उन्हें रहने की दिक्कत होगी। लड़कियों के हॉस्टल भी बनाना होगा। उपायुक्त से कहा कि एक बार पढ़ाई शुरू हो जाए फिर भवन बनाते रहें। मैं यहां क्लास लेता रहूंगा। यूं आयोजित हुआ कार्यक्रम

लोहरदगा : रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडेय ने स्वागत भाषण देते हुए विषय प्रवेश कराया।

राज्यपाल के आगमन पर कॉलेज परिसर में परंपरा के अनुसार गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। धन्यवाद ज्ञापन उप कुलपति कामिनी कुमार ने की। इस अवसर पर राज्यपाल ने पौधारोपण भी किया। साथ ही आगत अतिथियों को बुके देकर स्वागत किया गया।


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