Lok Sabha Polls 2019: ...तब कार्तिक उरांव को भी करना पड़ा था हार का सामना
Lok Sabha Polls 2019. लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र का चुनाव परिणाम हमेशा से दिलचस्प रहा है। यहां पर कब कौन किसको मात दे दे यह कोई नहीं जानता।
लोहरदगा, [राकेश कुमार सिन्हा]। लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र का चुनाव परिणाम हमेशा से दिलचस्प रहा है। यहां पर कब, कौन, किसको मात दे दे, यह कोई नहीं जानता। यहां के चुनाव का इतिहास बताता है कि लोहरदगा के मतदाता किस प्रत्याशी को अपना सांसद चुन लेंगे, कुछ कहा नहीं जा सकता। साल 1977 के चुनाव में कुछ ऐसा ही परिणाम सामने आया था।
आदिवासी समाज के लिए प्रेरणा स्रोत रहे कार्तिक उरांव को भी तब हार का सामना करना पड़ा था। इसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी। वजह यह थी कि कार्तिक उरांव एक सर्वमान्य नेता थे। उस दौर में कार्तिक उरांव को लालू उरांव के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में कार्तिक उरांव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। जबकि लालू उरांव भारतीय लोक दल के प्रत्याशी के तौर पर खड़े थे।
वर्ष 1974 में गठित इस राजनीतिक दल के टिकट पर लालू उरांव चुनाव जीत गए थे। 1977 के चुनाव में कार्तिक उरांव को महज 13 प्रतिशत यानी कि 77391 वोट मिले थे। जबकि बीएलएड के टिकट पर चुनाव लड़ रहे लालू उरांव को 25 प्रतिशत यानी कि 142274 वोट हासिल हुए थे। यह चुनाव परिणाम सबके लिए चौंकाने वाला था।
भले ही 1980 के चुनाव में कार्तिक उरांव सांसद चुने गए थे, पर महज चार साल पुरानी राजनीतिक पार्टी के प्रत्याशी के हाथों चुनाव हारना किसी को भी समझ में नहीं आ रहा था। बाद में भारतीय लोक दल का विलय जनता पार्टी में हो गया था। इसके बाद भी इस दल के नेताओं ने लंबा सफर तय किया।
लोहरदगा लोकसभा सीट के लिए 1970 का चुनाव आश्चर्यजनक परिणाम के लिए याद रखा जाता है। कार्तिक उरांव की इतनी बड़ी हार सभी को आज भी सोचने के लिए मजबूर करती है।