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बारिश से तापमान गिरा, ठंड से बुरा हाल

लोहरदगा जिले में मौसम अचानक से बदल गया है। तापमान में जबरदस्त गिरावट आई है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो चुका है। रविवार रात से ही रिमझिम बारिश की वजह से तापमान जमीन पर आ गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 11:26 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 11:26 PM (IST)
बारिश से तापमान गिरा, ठंड से बुरा हाल

लोहरदगा : लोहरदगा जिले में मौसम अचानक से बदल गया है। तापमान में जबरदस्त गिरावट आई है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो चुका है। रविवार रात से ही रिमझिम बारिश की वजह से तापमान जमीन पर आ गया है। कनकनी और सर्द हवाएं चल रही है। जिसके कारण छोटे बच्चों, वृद्ध और सड़क पर रात गुजारने वालों के लिए जैसे आफत आ गई है। लोहरदगा में सोमवार को तापमान में काफी कमी आई है। जिला कृषि विज्ञान केंद्र के अनुसार सोमवार को जिले का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य कृषि वैज्ञानिक डॉ. शंकर ¨सह कहते हैं कि अगले एक सप्ताह के दौरान तापमान में और भी गिरावट आएगी। मौसम बदलने से खुशी और गम का माहौल देखने को मिल रहा है। जहां कंबल वितरण को लेकर अब तक कोई व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पाई है, वही खेती के लिए इस बारिश को वरदान बताया जा रहा है। लोग घर से निकलने में असहज महसूस कर रहे हैं। चौक-चौराहों पर दुकान और प्रतिष्ठानों के बाहर अलाव जलाकर लोग समय काटते नजर आ रहे हैं। बाजार में जैसे वीरानी छा गई है। दुकानदार ग्राहकों की राह तक रहे हैं। ----बाजार में पसरा सन्नाटा

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बारिश और ठंड में बढ़ोतरी की वजह से बाजार में सन्नाटा पसर गया है। दुकानों में ग्राहक इक्का-दुक्का ही नजर आ रहे हैं। दुकानदार ग्राहकों की राह ताकते दिखाई दे रहे हैं। साप्ताहिक बाजार का दिन होने के बावजूद बाजार से जैसे रौनक गायब है। सब्जी विक्रेता और किसान भी बाजार तक नहीं पहुंचे हैं। ग्रामीण हाट बाजारों का भी यही हाल है। मौसम में आए परिवर्तन के कारण बरसात का नजारा नजर आ रहा है। ----खेती के लिए अमृत के समान है यह बारिश

खेती के लिए इस बारिश को अमृत के समान बताया जा रहा है। जिला कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य कृषि वैज्ञानिक डॉ शंकर ¨सह कहते हैं कि इस बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी छा गई है। जो खेत नमी की वजह से खाली पड़े हुए थे, उन खेतों में अभी गेहूं के साथ साथ दलहन और तिलहन की खेती की जा सकती है। सरसों, चना, राई, सब्जी आदि फसलों के लिए यह बारिश अमृत के समान है। इस बारिश से फसल बेहतर होगी। किसानों को पटवन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। धूप निकलने के साथ ही फसल में काफी परिवर्तन देखने को मिलेगा। विशेषकर सब्जियों की खेती के लिए यह काफी बेहतर है। ------कंबल वितरण कोले टेंडर फाइनल नहीं

लोहरदगा : कंबल वितरण के मामले में उपायुक्त आकांक्षा रंजन का कहना है कि 20 दिसंबर को टेंडर फाइनल होगा। इसके बाद आपूर्तिकर्ता को 1 सप्ताह का समय दिया जाएगा। प्रशासन गरीब और लाचार लोगों को कंबल उपलब्ध कराने को लेकर प्रतिबद्ध है। -------बारिश और ठंड के कारण बढ़ेंगी मौसमी बीमारियां

लोहरदगा : बारिश और ठंड के कारण मौसमी बीमारियां बढ़ेगी। सर्दी-बुखार के मामले ज्यादा सामने आएंगे। डॉ मृत्युंजय कुमार कहते हैं कि मौसम को देखते हुए विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। गर्म पानी पीना ही ज्यादा जरूरी है। साथ ही बासी भोजन से परहेज करना होगा। ज्यादा तेल वाले सामान से भी दूर रहना है। किसी प्रकार की परेशानी होने पर चिकित्सक का परामर्श जरूर लेनी चाहिए। शरीर को ढककर रखें और छोटे बच्चों का विशेष ख्याल रखें। ------बिजली कर रही आना-जाना

लोहरदगा : मौसम में बदलाव और बारिश के कारण बिजली व्यवस्था पर भी असर पड़ा है। बिजली लगातार आना-जाना कर रही है। 24 घंटे के दौरान लोगों को बमुश्किल 12 घंटे ही बिजली मिल पाई है। जिसके कारण लोग बिजली आधारित उपकरणों का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। कहीं फ्यूज उड़ने तो कहीं किसी अन्य तकनीकी कारण से परेशानी उत्पन्न हो रही है।


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