प्रशासन कर रही हरकतों की निगरानी, सड़कों पर छाई है वीरानी
लोहरदगा में पसरा सन्नाटा
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : झारखंड के रांची में विदेशी महिला के बाद हजारीबाग में कोरोना पॉजिटिव का दूसरा मामला सामने आने के बाद लोहरदगा की वीरान सड़कें सतर्कता की दास्तां कह रही हैं। लोगों का घरों में सिमट कर रह जाना खुशियों की कहानी कह रहा है। लॉकडाउन के बाद सड़कों में खामोशी के साथ हवाओं में भी सतर्कता का पाठ लोग पढ़ रहे हैं। इन सब परिस्थितियों के बीच लोहरदगा शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग खुद के साथ समाज और आमलोगों की सुरक्षा को लेकर खुद को घरों में कैद कर लिए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जो हालात वर्तमान में नजर आ रहे हैं। ऐसी हालात लोगों ने कभी अपनी जिदगी में नहीं देखने की बात कह रहे हैं। इस समस्या से निकलने का एक ही हल लोगों के सामने दिख रहा है कि लोग सरकार के निर्देशों का अक्षरश: अनुपालन करें। सरकार और प्रशासन के निर्देशों के अनुपालन से ही हमारा जीवन सुरक्षित रह सकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने से खुद के साथ-साथ समाज और हमारा परिवार सुरक्षित रखेगा। जीवन में ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए सतर्क रहना ही सुरक्षित रहने का पहला मंत्र होता है। ऐसे में हम सभी लॉकडाउन की घोषणाओं और नियमों का अनुपालन करें। इसके लिए पुलिस-प्रशासन लगातार अनाउंसमेंट कर लोगों को सचेत कर रहा है। फिर भी कई लोग बेवजह सड़क पर घूमते-फिरते नजर आ रहे हैं, जिनके खिलाफ प्रशासन कड़ा रूख अख्तियार करने से परहेज नहीं कर रही है। प्रशासन की सख्ती से मनचलों की हरकतें बंद हुई है। अनावश्यक रूप से सड़क, गली-मुहल्लों में घूमने वालों के खिलाफ पुलिस कठोर कदम उठाते हुए उठक-बैठक कराने व लंगड़ी चलाने के बाद चेतावनी देकर लोगों को छोड़ रही है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर नगर परिषद कर्मी गली-मुहल्लों के साथ-साथ घरों को भी सुरक्षित रखने के लिए सैनिटाइज कर रहे हैं। दूसरी ओर स्वस्थ्य समाज के लिए चिकित्सका के साथ स्वास्थ्य कर्मी एवं पुलिस अधिकारी और जवान दिन-रात अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। दूसरी ओर लॉकडाउन के बाद बाजार व व्यवसाय पूरी तरह से बंद हो गई है। जिससे शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की जिदगी थम गई है। लोगों को जरूरी सामान के लिए भी परेशान नहीं होना पड़े इसे लेकर प्रशासन ने होम डिलीवरी की व्यवस्था कर रखी है। वहीं दवा और सब्जी के साथ-साथ जरूरत के सामानों को लेने के लिए लोग दुकानों तक भी पहुंच रहे हैं। जहां पर शारीरिक दूरी बनाकर अपने-अपने जरूरत के सामानों की खरीददारी कर रहे हैं।