विवेकानंद के अनमोल विचार ही भारत को आगे बढ़ा रहा
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के तत्वावधान में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई।
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के तत्वावधान में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रूप में मनाया गया। मौके पर युवा मोर्चा का सम्मेलन बक्सीडिपा स्थित भाजपा कार्यालय में जिलाध्यक्ष मनीष शिखर की अगुवाई में हुआ। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष किसलय तिवारी के साथ राकेश प्रसाद, मनोज मिश्रा, मनीर उरांव, ओमप्रकाश सिंह, ब्रजबिहारी प्रसाद, चंद्रशेखर प्रसाद, अजातशत्रु, लाल विश्वजीत नाथ शाहदेव, रघुवीर यादव शामिल हुए। सम्मेलन का शुभारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र पर दीप प्रज्वलन, पुष्पा अर्पण और वंदे मातरम गीत की प्रस्तुति के साथ हुआ। मौके पर किसलय तिवारी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को उनकी शक्ति की पहचान कराया था। विवेकानंद ने युवाओं को लक्ष्य का निर्धारण एवं कार्य करने के लिए संकल्पित होने का संदेश दिया था। विवेकानंद के अनमोल विचार ही भारत को आगे बढ़ा रहा है। भाजपा एवं नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में युवाओं को हर क्षेत्र में सम्मान मिला है। मुख्य वक्ता राकेश प्रसाद ने कहा कि युवा ही राष्ट्र निर्माण करते हैं। विवेकानंद युवाओं के मार्गदर्शक रहे हैं। स्वामी विवेकानंद ने भारत को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का कार्य किया। शिक्षा को अध्यात्म से जोड़ना बहुत ही आवश्यक है। मनोज मिश्रा ने कहा कि युवा देश रीढ़ होते हैं। भारत के युवाओं का विचार देश को सशक्त बनाने में अहम भूमिका रहा है। मनीर उरांव ने कहा कि युवाओं ने अपने ऊर्जा का प्रयोग कर नकारात्मक शक्तियों पर विजय पाई है। महात्मा गांधी के आंदोलन एवं उनकी सफलता की नींव स्वामी विवेकानंद द्वारा ही गढ़ी गई थी। ओमप्रकाश सिंह युवाओं को हमेशा सीखने के लिए तत्पर रहने की बात कही। मनीष शिखर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के शब्दों के माध्यम से हमेशा व्यक्तित्व को लाभ ही मिलता है। वह निरंतर अपने कार्यों में दुगनी ऊर्जा से प्रेरित होकर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में लगा रहता है। रघुवीर यादव ने कहा कि बिना संघर्ष और तकलीफ के जीवन जीने का कोई मतलब नहीं होता। कार्यक्रम को भजयुमो के प्रदेश मंत्री अजातशत्रु, उमेश कांस्यकार, लाल विश्वजीत नाथ शाहदेव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन पशुपतिनाथ पारस एवं धन्यवाद ज्ञापन सजल कुमार ने किया। कार्यक्रम में बाल्मीकि कुमार, मिथुन कुमार तमेड़ा, शुभम कुमार, पंकज, श्याम कुमार, शंकर कुमार, रोशन कुमार, कृष्णा मोदी, सरजू कुमार साहू, कुलदीप कुमार, संजय कुमार, रामविलास साहू, गोविद महतो, धर्मवीर महतो, तुलसी उरांव, टीपू खान, संजीव शुक्ला, प्रदीप लोहरा, रमेश उरांव, राकेश पाठक, संजय तिलक, दीपक कुमार, श्याम वर्मा, अमन श्रीवास्तव, आर्यन प्रसाद, रिकू साहू, टिकू महतो, अजीत लोहरा, सुबोध उरांव, प्रकाश उरांव, लक्ष्मण उरांव, अर्पण मिज, पारस लोहरा आदि मौजूद थे।