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लॉकडाउन में करोड़ों की योजनाएं लटकी

लॉकडाउन के कारण लोहरदगा जिले में करोड़ों रुपए की विकास योजनाएं अटकी पड़ी हैं। इसमें शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की योजनाएं शामिल है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 10:21 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:22 AM (IST)
लॉकडाउन में करोड़ों की योजनाएं लटकी

जागरण संवाददाता, लोहरदगा : लॉकडाउन के कारण लोहरदगा जिले में करोड़ों रुपए की विकास योजनाएं अटकी पड़ी हैं। इसमें शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की योजनाएं शामिल है। इसमें प्रखंडों में एक दर्जन से ज्यादा बड़ी योजनाएं जहां बंद पड़ी हुई हैं। वहीं नगर परिषद क्षेत्र में 15 योजनाएं लंबित हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों के नहीं मिलने के कारण जहां योजना प्रभावित रही तो शहरी क्षेत्र में योजना कार्य शुरू करने की दिशा में विभागीय आदेश देर से मिलने के कारण योजना कार्य अधर में है। कुल मिलाकर लोहरदगा शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 125 करोड़ रूपए की योजनाएं अधर में लटके होने की बात पता चलती है। जिसमें सड़क, भवन आदि योजनाएं शामिल है। इसमें पथ निर्माण विभाग पथ अवर प्रमंडल, आरईओ, भवन प्रमंडल, लघु सिचाई, नगर परिषद की विकास योजनाएं शामिल है। कौन-कौन सी योजनाएं अधर में है

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: कैरो में तीन प्रखंडों को जोड़ने वाली टाटी से चट्टी व कैरो से चेटर तक 36 किलोमीटर कालीकरण सड़क का निर्माण लॉकडाउन के कारण बंद पड़ा है। सड़क का कार्य पूर्ण हो जाने से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा मिलेगी। पथ प्रमंडल निर्माण विभाग द्वारा लगभग 76 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण होना है।निर्माण कार्य अहमदाबाद की दिनेश चंद्र आर कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है। लॉकडाउन का असर भंडरा में संचालित विकास योजनाओं पर पड़ा है। जिसमें 52 लाख रुपए की लागत से सेगराटोली से उदरंगी तक बन रहे कालीकरण पथ निर्माण कार्य, भौंरों मोड में विशेष प्रमंडल से 54 लाख रुपए की लागत से बन रहे महिला प्रशिक्षण बैठक भवन का कार्य अधर में है। इसके अलावा सेन्हा में भी कई योजनाएं अधर में है। कुडू प्रखंड में भी कई योजनाएं अधर में है। इसमें टाटी-टीको पथ, तिसिया निनी और लोहरदगा-कुडू मुख्य पथ से कुजरा कुल आठ करोड़, मन्हों से बिजली कार्यालय शंख नदी में पुल चार करोड़ की योजना शामिल है। पेशरार में पीएमजीएसवाई पथ की कई योजनाएं शामिल है। क्या कहते हैं अधिकारी

: मामले में पथ प्रमंडल निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता रविद्र कुमार का कहना है कि लॉकडाउन में मजदूरों के नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य बंद है। लॉकडाउन खत्म होते ही पुन: निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार का कहना है कि लगभग 15 योजनाएं बंद पड़ी हुई है। लॉकडाउन के दौरान योजना कार्य संचालित करने का आदेश नहीं था। अब काफी देर से आदेश मिला है। अब इन योजनाओं को पूरा करने को लेकर कार्य प्रारंभ किया जाएगा।


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