ईंट की कमी से प्रभावित हो रहीं मनरेगा योजनाएं
सेन्हा (लोहरदगा) : ईंट की कमी से मनरेगा की योजनाएं प्रभावित हो रही हैं। विशेषकर मनरेगा ¨सचाई कूप की
सेन्हा (लोहरदगा) : ईंट की कमी से मनरेगा की योजनाएं प्रभावित हो रही हैं। विशेषकर मनरेगा ¨सचाई कूप की योजना का काम लटक गया है। बारिश होने की स्थिति में लाभुकों को कूप ध्वस्त होने का खतरा सता रहा है। सेन्हा प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा के तहत कुल 239 ¨सचाई कूप का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके तहत 12 फीट चौड़ा कूप का निर्माण किया जाना है। इसमें कूप की दीवार 15 ईंच मोटी होनी चाहिए। प्रावधान के अनुसार एक कुएं में कम से कम 17 हजार ईंट की खपत होनी है। तीन लाख 51 हजार 700 रुपए की लागत से बनने वाले ¨सचाई कूप में 80 बैग सीमेंट की खपत भी होनी है। प्रावधान में 6 हजार रुपए प्रति हजार ईंट सुनिश्चित किया गया है। जबकि ईंट की कमी होने की वजह से 7300 रुपए प्रति हजार ईंट बड़ी मुश्किल से मिल रही हैं। अभी हाल यह है कि एक योजना में प्रति हजार ईंट में एक हजार से 1300 रुपए अपनी जेब से लगाने पड़ रहे हैं। मनरेगा ¨सचाई कूप में ईंट की कमी योजना को प्रभावित कर रही है। ईंट नहीं मिलने से कहीं पांच फीट तो कहीं दस फीट ही जोड़ाई हो पाया है। मनरेगा ¨सचाई कूप के लाभुक पारही निवासी बैजू भगत का कहना है कि कई बार बोलने के बात ईंट उपलब्ध कराया जाता है। ऐसे में कूप कभी भी ध्वस्त हो सकता है। प्रखंड विकास पदाधिकारी अमिताभ भगत का कहना है कि समस्या की जानकारी उन्हें मिली है। उन्होंने वरीय अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।