सूख गए चेकडैम, किसानों के छूट रहे पसीने
सेन्हा (लोहरदगा) : सेन्हा प्रखंड में चेकडैम के सूखने से किसानों के पसीने छूट रहे हैं। खेतों तक पानी
सेन्हा (लोहरदगा) : सेन्हा प्रखंड में चेकडैम के सूखने से किसानों के पसीने छूट रहे हैं। खेतों तक पानी पहुंचाने और फसलों को बचाने को लेकर कोई प्रयास होता दिखाई नहीं दे रहा है। सेन्हा प्रखंड के सेन्हा पंचायत अंतर्गत बांकी नदी में लघु ¨सचाई प्रमंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2013-14 में एक करोड़ रुपए की लागत से बना दो चेकडैम बेकार पड़े हुए हैं। इसकी वजह से सरकार का पैसा उपयोगी साबित नहीं हो पा रहा है। चेकडैम के कारगर रहने से क्षेत्र में लगभग 500 एकड़ में किसानों को खेती के लिए काफी सहूलियत होती। चेकडैम से खेतों तक पानी पहुंचाने को लेकर पाइप लाइन भी बिछाया गया था। इसमें भी कोई फायदा नहीं मिला। जब चेकडैम नहीं था तो किसान अपनी मेहनत से 80 के दशक में लिफ्ट ऐरिगेशन के माध्यम से पानी पहुंचा रहे थे। इससे किसानों की आय भी बढ़ी थी। अब तो सिर्फ धान की खेती होती है। स्थानीय किसान मुंतजिर अंसारी और संजय उरांव का कहना है कि चेकडैम में 6 प्वाइंट पर पंप हाउस बनाया गया था। जिसमें 80 के दशक में डीजल मशीन की सहायता से ¨सचाई होती थी। अब तो वह व्यवस्था भी नहीं रही। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। मामले में बीडीओ अमिताभ भगत का कहना है कि योजना को प्रभावी बनाकर खेती को जीवन दिया जाएगा। इसके लिए वे प्रयास करेंगे।