क्रिसमस को लेकर बाजार में रौनक
लोहरदगा प्रभु यीशु के आगमन को लेकर ईसाई समुदाय में खुशी का माहौल है।
जागरण संवाददाता, लोहरदगा : प्रभु यीशु के आगमन को लेकर ईसाई समुदाय में खुशी का माहौल है। लोग क्रिसमस की तैयारियों में जुट गए हैं। क्रिसमस को लेकर बाजार में रौनक छा गई है। लोग अपने घरों और चर्च को सजाने को लेकर सामान की खरीद कर रहे हैं। बाजार की रौनक देखते ही बन रही है। ईसाई समुदाय के लोगों को द्वारा अपनी आर्थिक क्षमता के अनुरूप और आवश्यकता को लेकर सजावट के सामान, कपड़े, जूते आदि की खरीद कर रहे हैं। घरों में पकवान और मिठाई तैयार करने को लेकर तैयारी की जा रही है। लोहरदगा में विगत वर्ष की अपेक्षा इस बार अपेक्षित रुप से ग्राहक बाजार तक नहीं पहुंच रहे हैं। फिर भी लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। लोग प्रभु के जन्मोत्सव को लेकर अपनी ओर से कोई कमी नहीं रखना चाहते हैं।
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प्रत्येक त्योहार में दुकानदारों की आशा खरीदारों पर लगी रहती है, परंतु कोरोना काल में सारे त्योहार ही फीके गुजरे हैं, क्रिसमस पर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। चंद दिन बाद क्रिसमस है, परंतु अभी तक बाजार से रौनक गायब है। लोग समय कम रहने के कारण अब धीरे-धीरे पहुंचने लगे हैं। क्रिसमस एक महत्वपूर्ण त्योहार है। कोई इसमें कोई कमी नहीं करना चाहता है।
प्रमोद महतो, दुकानदार
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कोविड-19 के प्रभाव के कारण इस वर्ष क्रिसमस का बाजार फीका नजर आ रहा है। क्रिसमस को लेकर दुकानें तो सजी हैं, परंतु खरीदारों का घोर अभाव है। दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि कोरोना के बावजूद भी क्रिसमस के पूर्व उनकी दुकान में अच्छी बिक्री होगी। दुकानों में चरनी निर्माण से लेकर क्रिसमस ट्री व अन्य सजावट की वस्तुएं भरी पड़ी हैं। विश्वासी सजावट से लेकर चरनी निर्माण, क्रिसमस ट्री की खरीदारी करते हैं, परंतु इस वर्ष बाजार में मंदी छाई हुई।
सुबोध साहू, दुकानदार
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इस वर्ष क्रिसमस का त्योहार कोरोना कॉल के नियम का पालन करते हुए मनाया जाएगा। चर्च में कम संख्या में ही विश्वासी प्रार्थना कर पाएंगे, यही कारण है कि इस बार बाजार कमजोर है। फिर भी उत्साह में कोई कमी नजर नहीं आ रही है। इस बार कहा जा रहा है कि विश्वासी अपने-अपने घरों में क्रिसमस की प्रार्थना करेंगे। इसको लेकर बाजार में अब रौनक छाने लगी है।
विक्की कुमार, दुकानदार
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कोरोना महामारी को देखते हुए इस वर्ष चर्चों व विश्वासियों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि इस वर्ष त्योहार सादगी पूर्ण तरीके से प्रभु की प्रार्थना कर मनाई जाएगी। इस वर्ष लोग साज सजा पर कम खर्च करते हुए उन पैसों का इस्तेमाल जरूरतमंदों की सहयोग में लगाएंगे।
राजू बरनार्ड कुजूर, विश्वासी