जेजेएमपी से एक माह में दो बार हुआ पुलिस का सामना
एक माह के अंदर दूसरी बाद पुलिस नक्सली में मुठभेड़
जागरण न्यूज नेटवर्क, लोहरदगा : झारखंड के लोहरदगा जिले में लंबे अंतराल के बाद नक्सलियों को पुलिस से तगड़ा झटका लगा है। लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के सहेदापाट जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए हैं। सूत्रों के अनुसार मृत नक्सलियों में दो की पहचान जेजेएमपी के सब-जोनल कमांडर विनय और जेजेएमपी उग्रवादी शुशील उरांव के साले टाईगर के रूप में हुई है जबकि एक अन्य की पहचान अभी नहीं हुई है। हालांकि पुलिस की ओर से नक्सलियों का पहचान उजागर नहीं किया गया है। लोहरदगा जिले में हाल के समय में पुलिस और नक्सलियों के बीच कई मुठभेड़ की घटना हुई है। एक माह में दो बार जेजेएमपी नक्सलियों और पुलिस का आमना-सामना हुआ है। दोनों ही बार पुलिस नक्सलियों पर भारी पड़ी है। आठ माह के दौरान पांच बार पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। जिसमें हर बार नक्सलियों को मुंह की खानी पड़ी है। 30 नवंबर 2018 को जोबांग थाना क्षेत्र के तलसा खड़िया लोहंगी पहाड़ में पुलिस की भाकपा माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। जिसमें पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक यूएस राइफल बरामद किया था। इसके बाद 8 दिसंबर 2018 को किस्को थाना क्षेत्र के भुषाखाड़ जंगल में भाकपा माओवादियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी। जिसमें दैनिक उपयोग के सामान बरामद किए गए थे। दोनों ही अभियान का नेतृत्व खुद एसपी प्रियदर्शी आलोक ने किया था। 15 मार्च 2019 को भाकपा माओवादियों के साथ गुनी जंगल में पुलिस का आमना-सामना हुआ था। यहां से भी नक्सलियों को भागना पड़ा था। जिसमें पुलिस ने सर्च अभियान के दौरान दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया था। 12 जून 2019 को सेन्हा के तेतरडांड में जेजेएमपी नक्सली दस्ते के साथ पुलिस का मुठभेड़ हुआ था। जहां से एक एलएमजी और एक इंसास राइफल बरामद किया गया था। इसके बाद 18 जुलाई 2019 को पुलिस और जेजेएमपी नक्सलियों के बीच पुलिस की मुठभेड़ हुई। इसमें नक्सलियों को तगड़ा झटका लगा है। पुलिस ने तीन नक्सलियों को मार गिराया है। साथ ही दो एके-47 बरामद किया है। एक नक्सली को गोली भी लगी है। पुलिस मारे गए नक्सली की पहचान को लेकर प्रयास कर रही है। एक मारा गया नक्सली बनालात का बताया जा रहा है। देर रात तक शव नहीं लाया गया मुख्यालय
लोहरदगा : घने जंगल, नक्सल प्रभावित क्षेत्र और दुर्गम इलाका होने के कारण पुलिस को शवों को घटना स्थल से नीचे लाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। देर रात तक पुलिस शवों को नीचे नहीं उतार पाई थी। घटना स्थल उपर पहाड़ में स्थित है, जहां तक पहुंचने को लेकर कोई रास्ता नहीं है। ऐसे में पुलिस को वहां तक पहुंच कर शवों को नीचे लाने में काफी मुश्किल हो रही है। दंडाधिकारी की मौजूदगी में ही शवों का पंचनामा किया जाना है। दंडाधिकारी के साथ एसपी प्रियदर्शी आलोक खुद घटना स्थल की ओर रवाना हो चुके थे। एके-47 जैसे घातक हथियारों से लैस हैं जेजेएमपी नक्सली
लोहरदगा : जेजेएमपी नक्सलियों को कमजोर आंकना भी पुलिस के लिए परेशनी बन चुका है। कभी राइफल लेकर चलने वाले जेजेएमपी नक्सली अब खतरनाक अत्याधुनिक हथियारों से लैस हो कर चल रहे हैं। लोहरदगा के सहेदापाट जंगल में मुठभेड़ की घटना के बाद पुलिस ने तीन नक्सलियों को मार गिराया है। साथ ही एक नक्सली को गोली लगने की बात भी कही जा रही है। पुलिस ने घटना स्थल से दो एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार बरामद किए हैं। जिससे स्पष्ट है कि जेजेएमपी नक्सली अब खतरनाक हथियारों के साथ घूम रहे हैं। इससे पहले जब विगत 12 जून 2019 को सेन्हा के तेतरडांड में जेजेएमपी नक्सलियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी तो वहां से पुलिस ने एक एलएमजी और एक इंसास राइफल बरामद किया था।