चना की खेती से किसानों का आय होगा दोगुना : डा.संजय
बिशुनपुर प्रखंड के मरवाई गांव में जिला कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा कलस्टर अग्रपंक्ति प्रत्यक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को चना प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया । जिला कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय कृषि वैज्ञानिक प्रमुख डॉ संजय कुमार ने कहा कि चना की खेती से किसानों की आमदनी दोगुनी होगी। प्रत्यक्षण में चना की उत्पादकता एवं उत्पादन में वृद्धि की किसानों को जानकारी दी गई। इस प्रत्यक्षण के अंतर्गत जीएनजी 15
,गुमला : बिशुनपुर प्रखंड के मरवाई गांव में जिला कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा कलस्टर अग्रपंक्ति प्रत्यक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को चना प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया । जिला कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय कृषि वैज्ञानिक प्रमुख डॉ संजय कुमार ने कहा कि चना की खेती से किसानों की आमदनी दोगुनी होगी। प्रत्यक्षण में चना की उत्पादकता एवं उत्पादन में वृद्धि की किसानों को जानकारी दी गई। इस प्रत्यक्षण के अंतर्गत जीएनजी 1581 प्रभेद का प्रत्यक्षण कराया गया है। इस कार्यक्रम में किसान प्रदीप कुजूर ने कहा कि यह प्रभेद कम समय में अधिक उत्पादन देने की क्षमता रखता है। यह प्रभेद अधिक पानी होने की अवस्था में भी अच्छा उत्पादन देगा। इस प्रभेद के चने का दाना छोटा होता है, जो की दाल के लिए बहुत ही उपयुक्त होता है। इस प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अटल बिहारी तिवारी ने कहा कि इस प्रभेद का चना 150 से 170 दिन के अंदर तैयार हो जाता है। सरकार की मंशा है कि प्रति व्यक्ति दाल की उपलब्धता बनी रहे। दलहनी फसलों के माध्यम से किसानों की आमदनी हो। अटल तिवारी ने बताया कि चना जीएनजी 1581 इस जिले के लिए काफी उपयुक्त है। क्योंकि यह एक झाड़ी नुमा पौधा बनता है और इस प्रभेद में अधिक मात्रा में फल लगता है। इसकी उत्पादन क्षमता 20 से 25 क्विटल प्रति हेक्टेयर है। इस कार्यक्रम में 27 किसानों ने भाग लिए। जिसमें सतीश उरांव, रामजीत उरांव, रजींत उरंव, संजय कुमार, भरत उरांव आदि लोग शामिल हुए।