जलापूर्ति केंद्र में मजदूरों ने जड़ा ताला, किया हंगामा
लोहरदगा : लोहरदगा शहरी जलापूर्ति योजना में काम करने वाले मजदूरों को एक साल से मजदूरी
लोहरदगा : लोहरदगा शहरी जलापूर्ति योजना में काम करने वाले मजदूरों को एक साल से मजदूरी नहीं मिल है। इसे लेकर मजदूरों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है। मजदूरों के आंदोलन से जलापूर्ति पर संकट गहरा गया है। लोगों को नियमित रूप से पानी मिलने में परेशानी होगी। ऐसे में नगर परिषद की उदासीनता से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना होगा। पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के जलापूर्ति मोटर रूम में मजदूरों ने ताला जड़ दिया। साथ ही जलापूर्ति संवेदक को कार्यालय कक्ष में बंद कर दिया था। मामले की जानकारी मिलने पर सदर थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक शैलेश प्रसाद ने मौके पर पहुंच कर मजदूरों को समझाया। मजदूरों से कहा कि जलापूर्ति एक आवश्यक सेवा है।जिसे बाधित नहीं किया जा सकता है। जिसके बाद मोटर रूम और संवेदक के कार्यालय कक्ष का ताला खुलवाया गया। मजदूरों से कहा गया कि उनकी जो भी समस्या है वे नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी और अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के पास रख सकते हैं। आवश्यक सेवा को प्रभावित करने पर पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी। मजदूरों का कहना है कि जलापूर्ति को वे मांग पूरी होने तक बाधित रखेंगे। उनकी मांगें जायज है और अपने आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं हैं। हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है। कोई उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। संवेदक भी सिर्फ कोरा आश्वासन ही दे रहे हैं। जलापूर्ति संवेदक कुमार संदीप का कहना है कि मजदूरों की समस्या से विभाग और नगर परिषद के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया है। मजदूरों नहीं मिलने के कारण मजदूर आक्रोशित हैं। मामले में नगर परिषद अध्यक्ष अनुपमा भगत का कहना है कि उन्होने कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि मजदूरों को जल्द से जल्द भुगतान किया जाए। प्रदर्शन करने वालों में शंकर उरांव, महादेव उरांव, रामपाल भगत, एडविन लकड़ा, रामचंद्र कुजूर, देवी, सरिता कुमारी, रोहित, चंद्रशकर, रमेश धर्मेंद्र आदि शामिल थे।