शिशु मृत्यु दर का बड़ा कारण है हाथों की गंदगी : डीईओ
अंतरराष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस के अवसर पर राजकीयकृत मध्य विद्यालय नवाड़ीपाड़ा में विद्यालय परिवार की ओर से लोगों को नियमित रूप से हाथ धोने के लिए प्रेरित करने के लिए हाथ धुलाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
लोहरदगा : अंतरराष्ट्रीय हाथ धुलाई दिवस के अवसर पर राजकीयकृत मध्य विद्यालय नवाड़ीपाड़ा में विद्यालय परिवार की ओर से लोगों को नियमित रूप से हाथ धोने के लिए प्रेरित करने के लिए हाथ धुलाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावार ने कहा कि हाथ धुलाई की समस्या सिर्फ भारत में नहीं है, बल्कि विश्व के अन्य देशों में भी है। जहां बिना हाथ धोए भोजन आदि का प्रयोग करते हैं। जिसके कारण गंदगी पेट में चली जाती है और तरह-तरह की बीमारियां उत्पन्न होती हैं। हाथों की गंदगी शिशु मृत्यु दर का एक बड़ा कारण है। घर के आसपास लोगों को भी हाथ धुलाई के फायदे बतलाएं। लोगों को हाथ धुलाई के लिए प्रेरित करें। यूनिसेफ के प्रतिनिधि अर¨वद कुमार ¨सह ने कहा कि शौच के बाद और भोजन से पहले साबुन से हाथ को अच्छी तरह अवश्य धोना चाहिए। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुण राम ने कहा कि सबसे पुरानी सभ्यता और संस्कृति हड़प्पा सभ्यता संस्कृति है। हाथ धुलाई नहीं करने के कारण डायरिया, अतिसार जैसी बीमारी होती है। उपस्थित सभी बच्चों ने हाथ धुलाई के सभी आयामों का प्रदर्शन किया और स्वच्छता की शपथ ली। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक प्रदीप कुमार ने किया। कार्यक्रम में शिक्षिका निर्मला मिश्रा, अजय कुमार, नेमहंती ¨मज, मनीष कुमार, माता समिति की संयोजिका अनीता उरांव, रसोईया सुनीता देवी, सुमन देवी, पुष्पा देवी, उर्सूलाइन प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण महिला महाविद्यालय की प्रशिक्षु शिक्षिकाएं मौजूद थी।