डस्ट से लोग हो रहे बीमार, खेतों में बिछ रही काली परत
बालूमाथ, बारियातू : लातेहार जिले के बारियातू व बालूमाथ प्रखंड में लोग कोल डस्ट के कारण खा
बालूमाथ, बारियातू : लातेहार जिले के बारियातू व बालूमाथ प्रखंड में लोग कोल डस्ट के कारण खासे परेशान हैं। फिलवक्त कोल डस्ट से घरों और खेतों में काली परत छा गई है। डस्ट के चलते फसलों पर बुरा असर पड़ रहा है। कोल के डस्ट से ग्रामीणों के घरों, आंगनबाड़ी और स्कूल में काली परत छा गई है। ग्रामीणों का कहना है कि कोल की डस्ट खेतों में भी जम गई है, जिसके चलते फसलों के उपर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ग्रामीणों ने समस्याओं से समाधान की मांग को लेकर कई बार प्रशासनिक पदाधिकारियों से पहल करने की मांग की लेकिन बदले में सिवाय आश्वासनों के कुछ भी प्राप्त नहीं हो सका।
---दमा के शिकार हो रहे ग्रामीण :
इलाके में बढ़ते प्रदूषण के चलते दोनों प्रखंड को मिलाकर करीब 160 ग्रामीण दमा के शिकार हो गए हैं। रोड से से सटकर 100 मीटर की दूरी पर सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र भी स्थित हैं। डस्ट के चलते बच्चों के कपड़े और मिड-डे-मील में भी असर डाल रहा है। बालूमाथ उपप्रमुख संजीव सिन्हा, विवेक कुमार अमित कुमार, सुनील कुमार आदि ने बताया कि प्रदूषण के चलते कुओं और खेतों में काली परत सी छा गई है। ग्रामीणों ने कहा कि कोल परिवहन करने के दौरान पर्यावरणीय अनापत्ति के मानकों का अनुपालन नहीं हो रहा है। ---स्वास्थ्य के लिए कोल डस्ट खतरनाक :
स्वास्थ्य मामलों के जानकार डॉ. एच सी महतो का कहना है कि कोल डस्ट से उत्पन्न प्रदूषण मानव के साथ - साथ पशु पक्षियों के लिए हानिकारक है।
----सड़कों पर उड़ रही डस्ट, राहगीर परेशान :
सड़कों पर उड़ने वाली कोल डस्ट कुछ वर्षों से शहर की मुख्य समस्याओं में शुमार हो चुकी है। हवा में कोल डस्ट की मात्रा बढ़ने से लोग परेशान हैं। इसके कारण दोपहिया वाहन चालकों का भी शहर में चलना मुश्किल हो गया है। सेहत के नजरिए से भी लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं। सांसों के जरिए शरीर में जा रही कोल डस्ट से स्वास्थ्य संबंधी मामले भी बढ़ रहे हैं। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है। इसके बावजूद समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
-----दुकानों और घरों में जम रही है मोटी परत :
शहर में उड़ती डस्ट के कारण राहगीरों, वाहन चालकों को ही परेशानियों नहीं हैं। बल्कि सबसे ज्यादा भुक्तभोगी स्थानीय दुकानदार एवं निवासी हैं। दुकानों एवं घरों में कोल डस्ट की मोटी परत जम जा रही है। लोगों ने बताया कि घरों के शीशे और दरवाजे बंद करने के बावजूद कोल डस्ट जम जा रही है। दुकानदारों ने बताया कि दुकान चलाना मुश्किल हो गया है। वर्तमान समय में सड़कों पर खड़ा रहना भी मुश्किल हो गया है।