पीपीई किट की न गुणवत्ता जांच की व्यवस्था है न ही मानक का पता
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई।
जागरण संवाददाता, लातेहार : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) किट का इस्तेमाल स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से किया जा रहा है। मरीजों की देखभाल करने वाले कर्मी खुद को संक्रमण से बचाने के लिए पीपीई किट पहनकर काम कर रहे हैं। लातेहार स्वास्थ्य विभाग को राजधानी रांची से पीपीई किट की आपूर्ति होती है। लेकिन पीपीई किट की गुणवत्ता व उनके मानक को परखने के लिए पूरे जिले में कोई सुविधा नहीं है।
कुछ स्थानों पर 1250 रुपये में मिल रहे पीपीई किट
लातेहार जिले की मेडिकल दुकानों पर पीपीई किट कुछ स्थानों पर ही मौजूद हैं। कुछ चुनिदा दुकानों पर 1250 रुपये में किट उपलब्ध होती है। पीपीई किट में उच्च कोटि का मास्क, चश्मा, पैर व शरीर में पहनने वाला वस्त्रनुमा कपड़ा, मोजानुमा उपकरण, हैंड ग्लव्स आदि रहता है।
ऐसी होनी चाहिए किट की गुणवत्ता :
जनरल फिजिशियन डॉ. विकास ने बताया कि पीपीई किट की गुणवत्ता की प्रारंभिक अवस्था में इन बातों का ध्यान रखकर उसे परखा जा सकता है। सिलाई पर लगने वाला टेप बहुत उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए। किट की सिलाई व निर्माण के समय सफाई व अन्य मानकों का ध्यान रखना जरूरी है। काम कर रहे लोगों की स्क्रीनिग हमेशा होनी चाहिए। पीपीई किट निर्माण में डबल जिप प्रयोग होना चाहिए। घटिया किट में सिगल जिप का प्रयोग किया जाता है और उस पर टेपिग भी नहीं होती है। जीप पर ओवरलैप भी बहुत ज्यादा महत्व रखता है।
कोट ::
लातेहार स्वास्थ्य विभाग में राजधानी रांची से पीपीई किट की आपूर्ति होती है। अभी हमारे पास विभाग में पर्याप्त मात्रा में किट मौजूद है, साथ ही विभागीय कर्मी सजगता के साथ इसका इस्तेमाल भी कर रहे हैं।
डॉ. शिवपूजन शर्मा, सिविल सर्जन लातेहार।