बिजली के लिए तरस रहे ग्रामीण
लातेहार : राज्य सरकार व केंद्र सरकार गांव-गांव में बिजली पहुंचाने का दावा कर रही है ल
लातेहार : राज्य सरकार व केंद्र सरकार गांव-गांव में बिजली पहुंचाने का दावा कर रही है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण जिला मुख्यालय स्थित मोंगर पंचायत अंतर्गत पुरनी केडू गांव में आजादी के बाद से आज तक बिजली नहीं पहुंच पाई है।
यह गांव जिला मुख्यालय के तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बावजूद इसके गांव में आज भी बल्ब के बदले ढिबरी की रोशनी में बच्चे पढ़ाई करने को विवश हैं। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण रात में खाना बनने के बाद आग बुझाकर अंधेरे में ही रहने को विवश हैं। 70 घरों की आबादी वाले इस गांव में पानी, सड़क और आवास की व्यवस्था अन्य गांवों की तुलना में काफी बेहतर है, बिजली नहीं होने के कारण ग्रामीण काफी परेशान रहते हैं।
स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद अलीम अंसारी, संजीत कुमार, रामधनी उरांव, खखनू भुईयां, मुराली भुईयां, दुलारी भुईयां, अर्जुन पासवान, अनिल कुमार, उमेश पासवान, दिलीप पासवान, शीला देवी, गीता देवी, पार्वती देवी, रानी कुमारी, आरती कुमारी व प्रियंका कुमारी आदि ने बताया कि गांव से जिला मुख्यालय की दूरी महज तीन किमी है। गांव में विकास कार्यों का जायजा लेने कई बार जिले के वरीय अधिकारी आए। लेकिन किसी ने गांव वालों की समस्याओं का समाधान नहीं किया। वहीं चुनाव के समय लंबी चौड़ी घोषणाएं करने वाले प्रतिनिधि कभी भी गांव वालों की सुध लेने नहीं आते।
----------------- बिजली खंभा गाड़कर छोड़ दिया :
गांव में दो साल पहले विद्युत विभाग की ओर से गांव में बिजली पहुंचाने के उद्देश्य से विद्युत खंभा लगाया गया था। विद्युत खंभा लगाने के कार्य ने रफ्तार पकड़ी तो ग्रामीणों ने इसमें हरसंभव मदद की। उन्हें लगा कि उनके गांव में बहुत जल्द बिजली जलेगी। लेकिन विद्युत खंभा लगाने के एक साल बीत जाने के बाद भी आज तक तार तक लगाने में विभाग को कामयाबी नहीं मिली। इससे ग्रामीण खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
--------------- गांव में बिजली पहुंचाने के लिए ग्रामीण थोड़ा सा धैर्य रखें उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। विभाग को तत्काल गांव में बिजली पहुंचाने का निर्देश दिया जाएगा।
-राजीव कुमार, उपायुक्त, लातेहार।