आर्थिक उन्नति में सहायक होगा सूक्ष्म प्रशिक्षण
चंदवा सूक्ष्म प्रशिक्षण पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीणों की आर्थिक उन्नति व समृद्धि में भी सह
चंदवा: सूक्ष्म प्रशिक्षण पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीणों की आर्थिक उन्नति व समृद्धि में भी सहायक होगा। इससे वन संरक्षण तो होगा ही ग्रामीणों की आर्थिक रीढ़ को भी मजबूती मिलेगी। उक्त बातें रेंजर अभय कुमार ने वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग झारखंड सरकार के निर्देशानुसार वन समिति सदस्यों को सूक्ष्म योजना का प्रशिक्षण देते हुए कही। ग्रामीणों को फलदार, हाई डेंसिटी वृक्ष लगाने की सलाह दी गई। उन्हें बताया कि वन विभाग द्वारा शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य, सिचाई, जल संग्रहण, मृदा संरक्षण, वन आधारित कुटीर और जनोपयोगी लक्ष्यों को ध्यान में रखकर माइक्रो प्लानिग का निर्माण किया गया है। आय वृद्धि व वनों पर से निर्भरता कम करने को लेकर समेकित विकास योजना के तहत 10 वर्षीय माईक्रो प्लान की जानकारी ग्रामीणों को दी गई। फोरेस्टर राजेन्द्र प्रजापति, वन रक्षी देवनाथ भगत, रवि कुमार दास, संतोष उरांव ने भी कार्यक्रम में आये वन समिति सदस्यों को संबंधित जानकारियां देते जंल, जंगल व स्वच्छ वायु के लिए वनों को बचाए रखने को आवश्यक बताते कहा कि यहां से प्राप्त प्रशिक्षण का उपयोग वो अवश्य करें और खुद को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाते हुए पर्यावरण हितैषी बनें तथा भावी पीढ़ी को स्वच्छ जीवन का मौका दें। मौके पर विश्वनाथ भगत, बालेश्वर प्रजापति, मनोज उरांव, लव कुमार, शिवशंकर के अलावा सेरक, मासियातु, लटदाग, अमझरिया, पिरदा, रूद-कीता आदि गांवों के वन समिति सदस्य मौजूद थे।