शौचालयविहीन है स्वास्थ्य उपकेंद्र, खुले में जाते हैं मरीज
संवाद सूत्र लातेहार केंद्र व राज्य सरकार की ओर से खुले में शौच से मुक्ति के लिए कई प्रया
संवाद सूत्र, लातेहार : केंद्र व राज्य सरकार की ओर से खुले में शौच से मुक्ति के लिए कई प्रयास हो रहे हैं। लेकिन ग्रामीण स्तर पर विभागीय अनदेखी के कारण सरकार का उद्देश्य पूर्ण नहीं हो पा रहा है। ऐसा ही एक मामला लातेहार जिले के तरवाडीह पंचायत के स्वास्थ्य उपकेंद्र में देखने को मिला। इस स्वास्थ्य उपकेंद्र में शौचालय नहीं रहने के कारण मरीज व स्वास्थ्यकर्मी सड़क के किनारे खुले में शौच जाने को विवश हैं। विडंबना की बात तो यह है कि खुले में शौचमुक्त बनाने की कवायद के बीच विभाग के द्वारा बोर्ड लगाकर तरवाडीह पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है।
अस्पताल में शौचालय की व्यवस्था नहीं होने के कारण रात में अधिक प्रसव होता है। एएनएम पूनम कुमारी, शोभा रानी व पूनम खलखो ने बताया कि एक माह में रात के समय इस केंद्र में 20 से 22 महिलाओं का प्रसव कराया जाता है। शौचालय नहीं रहने के कारण लोग दिन में कम आते हैं। अस्पताल में आने वाले लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। क्या कहते हैं स्थानीय लोग :
स्थानीय ग्रामीण संतोष प्रसाद, पिटू प्रसाद, राधा देवी, मोहम्मद आरिफ, जाकिर हुसैन, दिलीप प्रसाद, रामा कुमार ने कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत गांव में लगभग घर-घर शौचालय का निर्माण हो चुका है। लेकिन अधिकारियों या जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य उपकेंद्र को इससे उपेक्षित रखा है। खुले में शौच से गंदगी और दुर्गंध आती है। जिससे बीमारी फैलने का डर लगा रहता है। अस्पताल में शौचालय नहीं रहने के कारण यहां के आने-जाने वालों को शौच के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से मामले पर त्वरित संज्ञान लेने की मांग की है।