सेवानिवृति कर्मियों का अधिकार है पेंशन: आरडीडीई
शिक्षा विभाग द्वारा चंदवा में पेंशन आपके द्वार सह सम्मान समारोह ।
संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार) : शिक्षा विभाग द्वारा चंदवा में पेंशन आपके द्वार सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत शिक्षक रामदेनी सिंह जबकि संचालन शिक्षक विजय कुमार पासवान, धनंजय कुमार व प्रमोद कुमार ने संयुक्त रूप से किया। बतौर मुख्य अतिथि पलामू प्रमंडल के आरडीडीई अरविंद विजय ने कहा कि पेंशन सरकारी सेवा देनेवाले कर्मियों का अधिकार है। सेवानिवृति के दिन पेंशन का लाभ मिलने से सेवानिवृत कर्मी के चेहरे पर मुस्कान बिखेरती है। उसे गर्व होता है। आगे कहा कि शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते। शिक्षक समाज के दीपक होते हैं जो अपने ज्ञान की रौशनी से लोगों को प्रकाशित करते रहते हैं। जिला शिक्षा अधीक्षक छठु विजय सिंह ने कहा कि सेवानिवृति के बाद विभाग के किसी कर्मी को पेंशन के लिए कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़े। सेवानिवृत होने पर उनके सम्मान में समारोह के आयोजन के साथ उनके पेंशन समेत अन्य कागजात उन्हें विभाग द्वारा उपहार स्वरूप भेंट करने की योजना के प्रयास के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। क्षेत्र शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जयशंकर राम ने कविता और शायरी के माध्यम से वैश्विक महामारी के दौरान आयोजित कार्यक्रम की सराहना करते कर्मियों की पीड़ा के साथ उनके कर्तव्यों का बोध कराया। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जवाहर प्रसाद के अलावा विभिन्न प्रखंडों के बीईईओ ने शिक्षा के प्रति समपर्ण और उत्तरदायित्वों की बात कही। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ चंदवा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सेवानिवृत शिक्षक पातरिक मिज, शिक्षिका शांति केरकेट्टा, पौलिना लकड़ा और चम्पा देवी को शॉल ओढ़ाकर और सेवानिवृति के कागजात देकर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। अभाशिसं के अध्यक्ष चंदमण राम ने विषय प्रवेश कराया। शिक्षक संघ द्वारा अतिथियों व पदाधिकारियों को अंगवस्त्र के साथ प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व शिक्षिका कुमारी अनामिका और सहयोगियों द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मौके पर विकास कुमार, दीपक कुमार, केदार नाथ महतो, चंद्रमण राम, रामप्रवेश राम, धुव कुमार सिन्हा, उदय चरण भारती, विजय कुमार, फौदार राम, अनिल कुमार, वीणा भगत, बेलाल अहमद, नीलम अंजलि के अलावा गारू, महुआडाड़, बालूमाथ, बरवाडीह, मनिका, हेरहंज के बीईईओ, डीडीओ समेत शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।