बारियातू से बंगाल गए 30 मजदूरों के गांव वापसी की गुहार
लातेहार जिले के बारियातू प्रखंड अंतर्गत शिबला पंचायत के ।
संवाद सूत्र, बारियातू (लातेहार) : लातेहार जिले के बारियातू प्रखंड अंतर्गत शिबला पंचायत के बेसरा गांव के 30 मजदूर पश्चिम बंगाल में फंसे हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बेसरा गांव से सहदेव गंझू, भुनेश्वर गंझू, मंगर उरांव, युगल गंझू, लालजी गंझू व ननकू गंझू सहित 30 मजदूर काम करने के लिए बंगाल गए थे। लॉकडाउन की घोषणा के बाद ग्रामीण एक ट्रक पर सवार होकर 29 मार्च को अपने गांव के लिए निकले थे। लेकिन रास्ते में ही खड़गपुर की पुलिस ने ट्रक जब्त कर लिया और मजदूरों को पैदल छोड़ दिया। इसके बाद वे पैदल चलकर पुरलिया जंगल पहुंचे इसके बाद से ग्रामीणों से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है। ऐसे में कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें किसी जगह पर प्रशासन की ओर से सुरक्षित रखा गया होगा मगर इसकी जानकारी गांव के लोगों को मिलनी चाहिए। बेसरा निवासी प्रमोद उरांव ने बताया कि मजदूरों से संपर्क नहीं होने के कारण गांव में निवास करने वाले परिजन परेशान हैं। गांव के लोगों ने शासन और प्रशासन से मजदूरों को सही सलामत गांव पहुंचाने की गुहार लगाई है। फिलवक्त मामले को लेकर गांव से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक में चर्चाओं का बाजार गर्म है। मामले की जानकारी लिखित रूप से प्रखंड विकास पदाधिकारी को देकर मदद की गुहार लगाई गई थी। लेकिन चार दिनों के बाद भी मजदूरों के बारे में जानकारी की बात तो दूर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कोई संज्ञान लेकर हमें सूचित करना जरूरी नहीं समझा है। - मुनिया देवी, मुखिया। ------------- मुखिया की ओर से मामले की जानकारी मिलते ही वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गई है। ग्रामीण थोड़ा धैर्य से काम लें, पैदल चलने के कारण प्रशासन की ओर से उन्हें सुरक्षित जगह पर रुकवा दिया गया होगा। गांव के मजदूरों के लिए हरसंभव कोशिश कर उनकी गांव में की सकुशल वापसी कराई जाएगी। - संजय कुमार यादव, प्रखंड विकास पदाधिकारी बारियातू।