चुनावी मुद्दा भी नहीं बनी बरवाडीह की बंद पड़ी परियोजनाएं
बरवाडीह क्षेत्र में विधानसभा चुनाव हो चुका है लेकिन क्षेत्र के लोगों को मलाल है कि दज
बरवाडीह : क्षेत्र में विधानसभा चुनाव हो चुका है लेकिन क्षेत्र के लोगों को मलाल है कि दर्जन भर से अधिक अधूरी योजनाओं को मुद्दा नहीं बनाया गया। साथ ही किसी ने भी इसे अपने चुनावी सभाओं में इसका जिक्र नहीं किया। अधूरी योजनाओं को छोड़ अपने में लोग व्यस्त दिखे। बरवाडीह की पुरानी मांग अधूरी पड़ी बरवाडीह- चिरिमिरी रेलवे लाइन, मंडल डैम जल परियोजना और हौरिलौंग कोलियरी इस विधानसभा में चुनाव में चुनावी मुद्दा नहीं बना। वहीं बरवाडीह प्रखंड की जनता बरवाडीह को अनुमंडल और छिपादोहर को प्रखंड बनाने की मांग कई वर्षो से कर रहे है पिछले चुनाव में हरिकृष्ण सिंह ने घोषणा की थी लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण बरवाडीह को अनुमंडल और छिपादोहर को प्रखंड के दर्जा नही मिल पाया। ग्रामीणों अपनी मांग को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन भी कर चुके है लेकिन जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन ने सिर्फ आश्वासन दिया। इधर प्रत्याशी की तरफ भी चुनाव प्रचार में मैदान में रहे नेताओं ने ध्यान नहीं दिया। विभिन्न दल के प्रत्याशी और स्टार प्रचारक लोगों से वोट मांगने तो जरूर आये, लेकिन इन मुद्दों के बारे में कोई नेता कुछ भी बोलने से डरते रहे। जिससे लोगों का कहना है कि बरवाडीह के इन सब महत्वपूर्ण मुद्दे को भुला दिया गया है।जिससे बरवाडीह के लोगों में निराशा के भाव भी झलक रहा हैं। ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव के समय उन मुद्दों को याद नही किया गया तो बरवाडीह की तकदीर संवारने वाली उन परियोजना के चालू होने आदि मांगो के पूरा होने पर संशय सा बन गया है। लोगो का कहना है कि आखिर कब तक बरवाडीह के लोगो से वोट झटक कर इस तरह उपेक्षा का शिकार करना पड़ेगा।