पुलिस निरीक्षक के खिलाफ मुखिया ने कराई शिकायत दर्ज
चंदवा पश्चिमी मुखिया ने पुलिस अधीक्षक राज्य महिला आयोग व जिला विधिक सेवा प्राधिकार को आवेदन लिखा।
संवाद सूत्र, चंदवा : चंदवा पश्चिमी मुखिया ने पुलिस अधीक्षक, राज्य महिला आयोग व जिला विधिक सेवा प्राधिकार को आवेदन लिखकर चंदवा पुलिस निरीक्षक द्वारा दुर्व्यवहार व बदतमीजी करने की बात कही है। आवेदन में लिखा है कि 20 अक्टूबर दिन रविवार को थाना से पुलिस उसके घर गई थी। वहां उनके द्वारा शहर के एक व्यक्ति का गलत सत्यापन धोखे में रखकर करा लिया गया। दोपहर बाद मामले की सत्यता की जानकारी उसे मिली। चंदवा पश्चिमी के पंचमुखी हनुमान मंदिर के समीप किसी राणा का शर्मा की बात कहकर सत्यापन करा लिया गया। पुलिस अपने बचने और उसके गले में फांस रखकर अपना काम निकालना चाह रही थी। जानकारी के बाद वह थाना पहुंची और उक्त पुलिस पदाधिकारी से पूछा कि बिना जानकारी के गलत क्यों लिखवाया तो कहा कि संबंधित कागजात थाना प्रभारी को सौंप दिया है। मेरे द्वारा संबंधित कागजात मांगे जाने पर कहा कि वो खुद थाना प्रभारी से बात कर लें। जब उसने थाना प्रभारी से जानकारी लेनी चाही तो वो भड़क गए और कहा कि आज के बाद दुबारा थाना कभी मत आइएगा और कागज को वहीं फाड़ दिया। थाना प्रभारी द्वारा गलत शब्दों का प्रयोग कर थाना में उसे अपमानित किया गया। डांट-डपट व बदतमीजी कर उसे वहां से भगा दिया गया। आज के बाद थाना नहीं आना पड़ेगा क्या कहकर धमकी दी गई। इसके कारण वह अपने को अपमानित महसूस कर रही है। महिला मुखिया के साथ थाना प्रभारी का यह दुर्व्यवहार जिला व राज्य के सभी महिलाओं के साथ अन्याय है। आवेदन के माध्यम से कड़ी कारवाई करने की मांग की गई है। इधर जानकारी के अनुसार सीएफ केस नंबर 120/14 के अनुसार सरोजनगर निवासी रामजी राणा (पिता रामरतन राणा) के खिलाफ वन विभाग में मामला दर्ज हुआ था। उस पर ननबेलुबल वारंट था। इसी पर कारवाई करते उसे उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे न्यायालय भेजा गया था जहां राणा की जगह शर्मा के आधार कार्ड पर उसे यह कहकर वापस कर दिया गया था कि सही व्यक्ति की गिरफ्तारी की जाए। इसके बाद पुलिस उसे चंदवा थाना ले आई। दो दिनों तक लगातार वापस थाना लौटाने के बाद पुलिस ने मुखिया से यह पुष्टि कराने का प्रयास किया कि राणा व शर्मा दोनों एक ही व्यक्ति हैं। पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी मोहन पांडेय ने मुखिया के साथ दुर्व्यवहार की बात पर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं। जहां तक रामजी की बात है तो सोमवार को उसे अग्रेतर कारवाई के लिए न्यायालय को सुपूर्द कर दिया गया।